खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। 17 लाख रुपए की इनामी हार्डकोर महिला नक्सली कमला सोड़ी उर्फ उंगी उर्फ तरूणा ने पुलिस अधीक्षक के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति-2025 के तहत यह आत्मसमर्पण नक्सल उन्मूलन अभियान के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

कमला सोड़ी 2011 से प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) से जुड़ी हुई थी। वह माड़ डिवीजन, बस्तर एमएमसी जोन की सक्रिय सदस्य थी और एमएमसी जोन प्रभारी रामदर की टीम में प्रमुख भूमिका निभाती थी। इस दौरान उसने कई हिंसक वारदातों में हिस्सा लिया और पुलिस पर हमले की योजनाओं में शामिल रही।
कमला सोड़ी मूल रूप से सुकमा जिले के ग्राम अरलमपल्ली की निवासी है। वह छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की सीमावर्ती पहाड़ी क्षेत्रों में सक्रिय थी। तीनों राज्यों की पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 17 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।
