रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य जीएसटी विभाग ने राजधानी रायपुर में अवैध गुटखा कारोबार पर सख्त कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। हाल ही में 10 करोड़ रुपए से अधिक की जीएसटी चोरी का खुलासा होने के बाद विभाग सक्रिय हुआ है। जांच में पता चला कि कई कारोबारी कच्चे माल की खरीद-फरोख्त के नाम पर रिटर्न दाखिल कर रहे हैं, जबकि फैक्ट्रियों में गुपचुप तरीके से प्रतिबंधित गुटखा तैयार किया जा रहा है।
राज्य में तंबाकू से बने गुटखे की बिक्री पर रोक के बावजूद यह कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक, अधिकतर फैक्ट्रियां मीठी सुपारी, माउथ फ्रेशनर और सादा गुटखा के नाम पर संचालित की जा रही हैं, लेकिन अंदरखाने प्रतिबंधित गुटखा तैयार कर राज्य के विभिन्न जिलों में सप्लाई किया जा रहा है। इसके कारण हर महीने करोड़ों रुपए की GST चोरी हो रही है।
विभाग ने अब पिछले पांच साल के जीएसटी रिटर्न की जांच शुरू कर दी है। यदि किसी कारोबारी में गड़बड़ी पाई जाती है तो उनकी फैक्ट्रियों पर तुरंत दबिश दी जाएगी और अवैध कारोबार पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, लोकल नमकीन ब्रांड्स पर भी विभाग की निगाहें टिकी हैं। जांच में पता चला है कि ये कंपनियां बड़े स्तर पर कारोबार कर रही हैं, लेकिन जीएसटी रिटर्न में बहुत कम बिक्री दिखा रही हैं।
राज्य जीएसटी अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि किसी भी अवैध उत्पादन या टैक्स चोरी को बख्शा नहीं जाएगा। अगले चरण में राज्यभर में छापेमारी और सर्वे अभियान चलाकर अवैध गुटखा और टैक्स चोरी के पूरे नेटवर्क को पूरी तरह तोड़ा जाएगा।
इस कार्रवाई के बाद रायपुर अवैध गुटखा GST कारोबार पर सख्त रुख अपनाने के लिए तैयार है, ताकि राज्य में टैक्स चोरी और प्रतिबंधित उत्पादन पर पूरी तरह नियंत्रण रखा जा सके।
