
रायपुर। देश के कई हिस्सों में मानसून की वापसी शुरू हो गई है, लेकिन छत्तीसगढ़ में बारिश का सिलसिला अभी भी जारी है। मौसम विभाग ने चेताया है कि इस बार Chhattisgarh Rain Update के अनुसार मानसून की विदाई सामान्य से लगभग एक सप्ताह देर से होगी। आमतौर पर प्रदेश में मानसून 10 से 12 अक्टूबर के बीच लौटता है, लेकिन इस साल यह प्रक्रिया 20 अक्टूबर तक खिंच सकती है।
मौसम विभाग ने शुक्रवार को कोरिया, मुंगेली और बलौदाबाजार जिलों में भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, बालोद, दुर्ग, सरगुजा, बस्तर, धमतरी, रायगढ़ समेत 25 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में गरज-चमक, तेज हवाओं और बिजली गिरने की आशंका है। अन्य जिलों में मौसम सामान्य रहने की संभावना है।
मानसून की यह लंबी उपस्थिति कृषि पर मिश्रित असर डाल सकती है। खेतों में नमी बनी रहने से धान की फसल अच्छी तरह पक सकती है, लेकिन लगातार बारिश से कटाई में देरी और फसल को नुकसान होने की संभावना भी है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, 15 अक्टूबर से नॉर्थ ईस्ट मानसून सक्रिय हो जाएगा और इसके बाद दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई धीरे-धीरे शुरू होगी। पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव क्षेत्र ऊपरी हवा के चक्रवाती परिसंचरण के साथ सक्रिय हो गया है और यह अगले 12 घंटे में अवदाब बनाकर 3 अक्टूबर की सुबह दक्षिण ओडिशा–उत्तर आंध्र तट को पार कर सकता है।
पिछले पांच वर्षों के आंकड़ों के अनुसार मानसून की सामान्य विदाई 10-12 अक्टूबर के बीच होती रही है। इस साल की बढ़ी अवधि मौसम विभाग के अनुसार असामान्य नहीं है, लेकिन इसका असर फसलों और ग्रामीण जनजीवन पर पड़ सकता है।