
रायपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 तक नक्सवाद को खत्म करने का लक्ष्य रखा है। जिसका परिणाम है कि आज नक्सलवाद एक छोटे से दायरे में सिमटता जा रहा है। इस बीच उनका एक बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने खुले मंच से कहा कि, सभी राज्यों में नक्सलवाद समाप्ति के कगार पर था, लेकिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार ने नहीं साथ दिया।
गृहमंत्री शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि, संयुक्त ऑपरेशनों में छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार का साथ नहीं मिलता था। अमित शाह ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “जब तक छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार थी, संयुक्त अभियानों में अधिक सहयोग नहीं मिलता था। 2024 में भाजपा सरकार बनने के एक साल में ही 290 नक्सलियों को मार गिराया गया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “ये वामपंथी जो नक्सलियों के बचाव में खड़े हैं और कहते हैं कि वे हमारे लोग हैं और उन्हें क्यों मारा जाना चाहिए? हम उन्हें मारना नहीं चाहते। 290 लोग इसलिए मारे गए क्योंकि वे हथियारबंद थे। हमने 1,090 को गिरफ्तार किया। जहाँ गिरफ्तारी संभव थी, हमने उन्हें गिरफ्तार किया। 881 ने आत्मसमर्पण किया। यह सरकार के दृष्टिकोण को दर्शाता है।
सरकार का दृष्टिकोण यह है कि हम नक्सलियों को गिरफ्तार करने और उन्हें आत्मसमर्पण कराने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं। हम उन्हें एक मौका भी देते हैं। हमने एक अच्छी आत्मसमर्पण नीति भी शुरू की है। लेकिन जब आप हथियार उठाते हैं और भारत के निर्दोष नागरिकों को मारने के लिए निकलते हैं, तो सुरक्षा बलों के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं होता है। गोलियों का जवाब गोलियों से दिया जाना चाहिए।”