
बेंगलुरु / चेन्नई : – दक्षिण भारतीय राज्यों में आंचलिक अभिनेताओं की लोकप्रियता का खुमार लोगों के सिर चढ़कर बोलता है। इसकी बानगी तमिलनाडु के करूर जिले से सामने आई है। यहाँ अभिनेता और राजनेता ”विजय” की रैली में भगदड़ मचने से मरने वालों की संख्या 39 तक पहुंच गई है, जबकि अभी भी दर्जन भर से ज्यादा लोग जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे है। उनकी भी हालत काफी गंभीर बनी हुई है। डॉक्टर उनकी जान बचाने के लिए रात भर प्रयासरत नजर आये। अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक 8 बच्चे और 16 से ज्यादा महिलाओं के शवों का परीक्षण किया जा चुका है। उनके मुताबिक जो फैन्स अभी भी गंभीर है, उनमे सर्वाधिक महिलाएं शामिल हैं। इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के शव पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिए गए है।

चेन्नई और बेंगलुरु में लोगों की जान बचाने के लिए प्रार्थना सभाओं का दौर भी शुरू हो गया है। उधर, सीए एमके स्टालिन ने इस हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये और घायलों को एक लाख रुपये के मुआवजा का ऐलान किया गया है। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने तमिलनाडु सरकार से पूरी घटना की रिपोर्ट मांगी है। मुख्यमंत्री स्टालिन ने स्थिति की समीक्षा के लिए आज सचिवालय में राज्य के शीर्ष अधिकारियों की बैठक बुलाई है। उन्होंने इस घटना की जांच के लिए न्यायमूर्ति अरुणा जगदीशन के नेतृत्व में एक जांच आयोग के गठन की भी घोषणा की है। माना जा रहा है कि लापरवाही को लेकर केंद्र सख्त रवैया अपना सकता है, कई अधिकारियों पर गाज गिरने के आसार जाहिर किये जा रहे है। न्यूज़ टुडे से चर्चा करते हुए अधिकारियों ने दावा किया कि, भगदड़ कल शाम करीब साढ़े सात बजे उस समय मची जब ”विजय” अपने समर्थकों को संबोधित कर रहे थे। उनके मुताबिक भारी संख्या में समर्थक दोपहर से ही इकट्ठा हो गए थे। उन्होंने बताया कि टीवीके नेता व फिल्म अभिनेता विजय की एक झलक पाने के लिए घंटों से इंतजार कर रहे लोग अचानक टूट पड़े। उन्होंने तस्दीक की कि पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने जब लोगों को बेहोश होते और गिरते देखकर शोर मचाया तब विजय ने अपनी रैली रोक दी थी। जबकि हालात को भांपने में न कामयाब रहने और भाषण – कार्यक्रम जारी रखने को लेकर विजय पर भी आरोप लग रहे है।

तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री अंबिल महेश करूर हॉस्पिटल में जैसे ही पहुंचे वे अपनी वेदना को काबू में नहीं रख पाए और रो पड़े। उन्होंने कहा कि इन लोगों को बार बार कहा था कि कंडिशन्स को फॉलो करें लेकिन ऐसा नहीं किया गया, अब आगे ऐसा कभी नहीं होना चाहिए। उनका इशारा मौंके पर मौजूद पुलिस और प्रशासन के आलाधिकारियों की ओर संकेत कर रहा था। जबकि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने घटना से जुड़ा एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह हादसे के पीड़ितों और उनके परिजनों से मिलते नजर आ रहे हैं। इस दौरान उन्होंने मृतकों को श्रद्धांजलि भी दी। वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा कि मृतकों के परिवारों द्वारा रात भर बहाए गए आंसू और उनके करुण क्रंदन से उत्पन्न पीड़ा उनके दिल से नहीं गई है।

तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन तिरुचिरापल्ली पहुंच चुके हैं, वह यहां से करूर के लिए रवाना हो गए, जबकि सीएम ने कल देर रात अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती लोगों से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली, उन्हें सरकार की ओर से हर सम्भव मदद का भरोसा दिया। सीएम ने उन परिजनों से भी मुलाकात की जिनके रिश्तेदारों की इस भगदड़ में मौत हो गई। सीएम ने कहा, “अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है। हमारे राज्य के इतिहास में किसी राजनीतिक दल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की जान कभी नहीं गई और भविष्य में भी ऐसी त्रासदी कभी नहीं होनी चाहिए। वर्तमान में 51 लोगों का गहन चिकित्सा इकाई में इलाज चल रहा है। भारी मन से, मैं उन लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने अपनी जान गंवाई है।

भाजपा नेता तमिलिसाई सुंदरराजन ने इस हादसे को लेकर कहा, “मैं करूर जाकर पीड़ितों का समर्थन कर रही हूं। जो भी मदद की जरूरत होगी, हम करेंगे। उन्होंने कहा कि, मैं अनुरोध करना चाहती हूं कि इसे सनसनीखेज बनाने के बजाय, हम सब समझदारी से काम लें। चाहे उन्हें खून की जरूरत हो या किसी भी तरह की चिकित्सा सहायता की, या परिवार को सहायता की जरूरत हो, हमने अपने जिला अध्यक्ष और आस-पास के जिलों के अध्यक्षों से भी अनुरोध किया है कि वे उनकी हर संभव मदद करें। मैं सुबह-सुबह करूर पहुंच गई हूं। हमारे प्रदेश अध्यक्ष भी पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री ने मुख्यमंत्री को फोन करके स्थिति की जानकारी ली है और केंद्र सरकार जो भी मदद दे सकती है, वह देने की पेशकश की है।

तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा, “करूर में हुई दुखद भगदड़ के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ, जिसमें कई अनमोल जानें चली गईं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।” करूर में तमिलगा वेट्री कजगम (टीवीके) के अध्यक्ष और अभिनेता विजय ने इस रैली का आयोजन किया था। इस त्रासदी में अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है। मौत का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है। करूर हादसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बहुत ही पीड़ादायक ढंग से देश के नाम अपना संदेश दिया है।” जबकि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तमिलनाडु सरकार से इस घटना पर रिपोर्ट मांगी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तमिलनाडु सरकार से भगदड़ पर मांगी गई रिपोर्ट में पूरा ब्यौरा सौंपने के लिए कहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी करूर में भगदड़ के बाद की स्थिति की जानकारी लेने के लिए तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि और स्टालिन से बात कर हर संभव केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया है।