नई दिल्ली। सोमवार को देश में नवरात्रि 2025 की शुरुआत हुई और इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में किए गए GST कटौती को ‘GST बचत उत्सव’ के रूप में मनाया। पीएम मोदी ने इसे सिर्फ नीतिगत बदलाव नहीं बल्कि त्योहार के समय आर्थिक राहत, आध्यात्मिक नवीनीकरण और स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा देने का अवसर बताया।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपने संदेश में लिखा कि यह नवरात्रि का पावन अवसर बेहद खास है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे स्थानीय व्यवसायों और घरेलू उत्पादन का समर्थन करें। पीएम मोदी ने कहा, “इस नवरात्रि पर सचेत खरीदारी करें और स्वदेशी उत्पादों का समर्थन करें। यह केवल आर्थिक कदम नहीं, बल्कि हमारे स्वतंत्रता आंदोलन के स्वदेशी आदर्शों की पुष्टि भी है।”
आर्थिक राहत का संदेश
GST में बदलाव से त्योहारी सीजन में घरेलू आवश्यक वस्तुएं, परिधान और अन्य उत्पाद सस्ते मिलेंगे। इससे आम नागरिकों को बचत का फायदा मिलेगा और व्यापारियों को भी लाभ मिलेगा। पीएम मोदी ने कहा कि यह कदम उपभोक्ताओं और देश की अर्थव्यवस्था दोनों के लिए फायदेमंद है।
नवरात्रि का आध्यात्मिक महत्व
आर्थिक संदेश के साथ उन्होंने नवरात्रि के आध्यात्मिक पहलुओं पर भी जोर दिया। पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि यह स्वास्थ्य, शक्ति और खुशी में वृद्धि करता है। पीएम मोदी ने हर व्यक्ति को साहस, संयम और संकल्प के साथ इस पर्व को मनाने का संदेश दिया।
साथ ही उन्होंने पंडित जसराज का भावपूर्ण भजन साझा किया और नागरिकों को अपने पसंदीदा भजन पोस्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस प्रकार, GST बचत उत्सव केवल आर्थिक कदम नहीं, बल्कि आध्यात्मिक भक्ति और सांस्कृतिक जागरूकता का भी प्रतीक बन गया।
