
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून 2025 ने 15 सितंबर की रात भारी तबाही मचाई। मंडी जिले के धरमपुर में बादल फटने से बस स्टैंड जलमग्न हो गया और तेज बारिश के कारण कई वाहन बह गए। लोगों को अपनी जान बचाने के लिए छतों पर शरण लेनी पड़ी। इस घटना में एक व्यक्ति लापता बताया गया है। पुलिस और प्रशासन ने रातभर रेस्क्यू अभियान चलाया।
धरमपुर में जलस्तर अचानक बढ़ने से बस स्टैंड, आसपास की दुकानों और घरों में पानी घुस गया। राजधानी शिमला और आसपास के इलाकों में लगातार बारिश से भूस्खलन की घटनाएं हुईं, जिससे यातायात और आम जनजीवन प्रभावित हुआ। मंडी जिले के निहरी इलाके में एक चट्टान का मलबा घर पर गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई और दो अन्य को बचाव दल ने सुरक्षित निकाल लिया। राहत और बचाव अभियान अभी भी जारी है।
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई। जोगिंदरनगर में 56 मिमी, पालमपुर में 48 मिमी, पंडोह में 40 मिमी और कांगड़ा में 34.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा नगरोटा सूरियां, मंडी, सराहन, मुरारी देवी और करसोग सहित कई क्षेत्रों में भी तेज बारिश हुई।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) के अनुसार, भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से तीन राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गए और 493 सड़कें यातायात के लिए अवरुद्ध हुईं। 352 बिजली ट्रांसफार्मर और 163 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हुईं।
20 जून से अब तक बारिश और प्राकृतिक हादसों में 409 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 41 लोग अभी भी लापता हैं। इस वर्ष 1 जून से 15 सितंबर तक हिमाचल प्रदेश में 991.1 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 44% ज्यादा है। मौसम विभाग के अनुसार, 20-25 सितंबर के बीच मॉनसून की विदाई हो सकती है।