देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सहस्रधारा क्षेत्र सोमवार देर रात बादल फटने की घटना से दहशत और तबाही का माहौल बन गया। रात करीब 11:30 बजे मुख्य बाजार में अचानक मलबा आने से दो से तीन बड़े होटल और कई दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं। कार्डीगाड़ ग्राम प्रधान राकेश जवाड़ी ने बताया कि मलबे में करीब 100 लोग फंस गए थे, जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया। फिलहाल दो से तीन लोगों के लापता होने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
जिला प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है। एसडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर भेजी गई है, लेकिन मलबे के कारण रास्ते अवरुद्ध होने से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही हैं। लोक निर्माण विभाग की जेसीबी मशीनें रास्ता साफ करने में जुटी हैं।
वहीं, आईटी पार्क इलाके के पास सॉन्ग नदी का जलस्तर भी खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है। पुलिस ने आसपास के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें अलर्ट पर हैं।
मौसम का असर मसूरी में भी देखने को मिला, जहां झड़ीपानी इलाके में मलबा मजदूरों के आवास पर गिर गया। इस हादसे में एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल है। घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और अन्य मजदूरों को सुरक्षित जगह भेजा गया।
खराब मौसम को देखते हुए प्रशासन ने देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में स्कूल-कॉलेज बंद करने का आदेश दिया है। साथ ही लोगों से नदी किनारों और संवेदनशील इलाकों से दूर रहने की अपील की गई है। राहत दल लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
