महाराष्ट्र के ठाणे जिले में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। शनिवार को सिर्फ कल्याण और डोंबिवली क्षेत्र से कुत्तों के काटने के 67 मामले सामने आए, जिसके बाद स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई है। नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, सभी पीड़ितों को एंटी-रेबीज टीके और आवश्यक इलाज उपलब्ध कराया गया है।
हर महीने 1,000 से ज्यादा कुत्तों का टीकाकरण
कल्याण-डोंबिवली नगर निगम (केडीएमसी) की स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दीपा शुक्ला ने बताया कि निगम आवारा कुत्तों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए नियमित नसबंदी और टीकाकरण अभियान चला रहा है। उन्होंने कहा, “हर महीने 1,000 से 1,100 कुत्तों का टीकाकरण किया जाता है और एंटी-रेबीज उपचार की पर्याप्त व्यवस्था भी की गई है। जल्द ही एक और समर्पित डॉग सेंटर खोला जाएगा ताकि स्थिति को बेहतर तरीके से संभाला जा सके।”
स्थानीय लोगों में दहशत
लगातार बढ़ रहे हमलों से लोग जन सुरक्षा उपायों की मांग कर रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि निगम को जल्द से जल्द आवारा कुत्तों की समस्या पर काबू पाना होगा, वरना यह बड़ा संकट बन सकता है।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश
गौरतलब है कि अगस्त में सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों को आश्रय स्थलों पर रखने का आदेश दिया था, लेकिन पशु प्रेमियों के विरोध के बाद अदालत ने अपना फैसला बदलते हुए नसबंदी और टीकाकरण के बाद कुत्तों को उनके मूल स्थान पर छोड़ने का निर्देश दिया।
