सहरसा : बिहार के सहरसा जिले के सदर थाना क्षेत्र स्थित सुलिंदाबाद वार्ड नंबर 43 में शुक्रवार की शाम पारिवारिक विवाद ने खूनी रूप ले लिया। आपसी झगड़े के बीच हुई गोलीबारी में 16 वर्षीय किशोर मो. शमशेर की मौत हो गई। गोली उसके सीने में लगी थी। उसे गंभीर हालत में स्थानीय क्लिनिक ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी और दहशत फैल गई।
कैसे हुआ विवाद?
स्थानीय लोगों के अनुसार सुलिंदाबाद निवासी मो. छपरिया उर्फ मो. साजिद की दो शादियां हुई थीं। उनकी पत्नियां – मुन्नी खातून और नासरीन खातून – के बीच अक्सर विवाद होता रहता था। शुक्रवार को भी दोनों के बीच कहासुनी हो रही थी। इस दौरान घर के दरवाजे पर भीड़ जमा हो गई।
इसी बीच बड़ी पत्नी मुन्नी खातून के बेटे मो. असलम और मो. राजा ने अचानक हथियार निकाल लिए। बताया जाता है कि असलम ने सौतेली मां नासरीन खातून पर गोली चलानी चाही, लेकिन निशाना चूक गया और पास खड़े नासरीन के बेटे शमशेर को गोली लग गई। गोली लगते ही किशोर मौके पर लहूलुहान होकर गिर पड़ा। घटना के बाद आरोपितों ने हवाई फायरिंग कर दहशत फैलाई और नीली कार से फरार हो गए।
परिजनों ने लगाया साजिश का आरोप
मृतक के परिजनों का कहना है कि यह हमला पहले से रची गई साजिश का हिस्सा है। परिजनों ने आरोप लगाया कि करीब दो माह पहले भी असलम और शमशेर के बीच विवाद हुआ था, तब असलम ने धमकी दी थी। उसी रंजिश के कारण उसने मौके का फायदा उठाकर वारदात को अंजाम दिया। परिजनों ने यह भी कहा कि असलम और राजा अक्सर इलाके में हथियार लहराते रहते थे और लोगों को डराते-धमकाते थे।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही सदर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। पुलिस ने मृतक के परिजनों का बयान दर्ज कर लिया है और दोषियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में घटना का कारण पारिवारिक विवाद ही सामने आया है। वहीं, खबर लिखे जाने तक पुलिस ने मुख्य आरोपित मो. असलम को कार सहित हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। दूसरे आरोपित की तलाश जारी है।
