
India Vice President Election 2025 आज भारत की राजनीति का सबसे अहम मुकाबला बनने जा रहा है। पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफे के बाद यह चुनाव जरूरी हो गया। उपराष्ट्रपति न केवल राज्यसभा के पदेन सभापति होते हैं बल्कि सदन की कार्यवाही को निष्पक्ष और सुचारू ढंग से संचालित करना उनकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है।
मतदान प्रक्रिया सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी। लोकसभा और राज्यसभा के सांसद अपने वोट डालेंगे और मतगणना शाम 6 बजे से शुरू होगी। इस बार एनडीए ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, विपक्षी गठबंधन इंडिया (INDIA) ने पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज बी. सुदर्शन रेड्डी पर दांव खेला है।
संसद में इस समय कुल 781 सांसद हैं, जिनमें से 770 मतदान करेंगे। बीजू जनता दल (BJD) के 7 सांसद और भारत राष्ट्र समिति (BRS) के 4 सांसद मतदान से दूर रहेंगे। संख्याबल के लिहाज से देखें तो लोकसभा में एनडीए के पास 293 और राज्यसभा में 133 सांसद हैं। यानी गठबंधन के पास कुल 426 सांसदों का समर्थन है, जो जीत सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त माना जा रहा है। इसके अलावा, क्रॉस वोटिंग की संभावना भी एनडीए के पक्ष में परिणाम और मजबूत कर सकती है।
भारत की संसदीय प्रणाली में उपराष्ट्रपति का पद बेहद महत्वपूर्ण है। वे राज्यसभा में मतदान नहीं करते, लेकिन बराबरी की स्थिति में निर्णायक वोट देते हैं। साथ ही, संविधान के अनुच्छेद 65 के तहत राष्ट्रपति की मृत्यु, इस्तीफे या अस्वस्थता की स्थिति में उपराष्ट्रपति अधिकतम छह महीने तक कार्यकारी राष्ट्रपति की भूमिका निभा सकते हैं। यही कारण है कि इस पद का चुनाव देश की राजनीति में एक बड़ा मोड़ माना जा रहा है।