तेलंगाना की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने बड़ा कदम उठाते हुए पार्टी अध्यक्ष और संस्थापक के. चंद्रशेखर राव (KCR) ने अपनी बेटी और बीआरएस की वरिष्ठ नेता के. कविता को पार्टी से निलंबित कर दिया है। यह फैसला उनकी कथित “पार्टी विरोधी गतिविधियों” के चलते लिया गया है, जिसने न केवल बीआरएस बल्कि केसीआर के परिवार में भी उथल-पुथल मचा दी है।
पार्टी से क्यों हटाई गईं कविता?
के. कविता बीआरएस की विधान परिषद सदस्य और महिला मोर्चा प्रमुख रही हैं। लंबे समय से उन पर पार्टी की छवि खराब करने और विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लग रहे थे। सूत्रों के अनुसार, कविता ने हाल ही में अपने भाई और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के. टी. रामाराव (KTR) पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने दावा किया कि केटीआर, बीआरएस का भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में विलय कराने की कोशिश कर रहे हैं।
पिता के कड़े फैसले के पीछे की वजह
कविता कई बार सार्वजनिक मंचों से यह कह चुकी थीं कि पार्टी में उन्हें निकालने की साजिश रची जा रही है। उनकी यह आशंका अब सच साबित हुई जब KCR ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इस कदम ने यह बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या बीआरएस में यह परिवार बनाम पार्टी की जंग बन गई है?
बीआरएस में बढ़ती कलह
बीआरएस तेलंगाना में एक समय सत्तारूढ़ और अब मजबूत विपक्षी दल है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से पार्टी को लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। केटीआर और कविता के बीच बढ़ते विवाद ने पार्टी कार्यकर्ताओं को असमंजस में डाल दिया है। कविता ने हमेशा कहा कि वह पार्टी के प्रति वफ़ादार हैं, लेकिन हाल के उनके बयानों ने शीर्ष नेतृत्व की नीतियों और दिशा पर सवाल खड़े कर दिए।

