गुवाहाटी: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार में राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करने पर कांग्रेस की कड़ी आलोचना की। शाह ने कहा कि इस तरह की राजनीति स्पष्ट रूप से दिखाती है कि कांग्रेस को जनता का समर्थन नहीं है। उन्होंने बताया कि मोदीजी की माताजी ने गरीब परिवार में अपने बच्चों को संस्कार और मूल्यों के साथ बड़ा किया, और आज उनका बेटा पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन कर रहा है। ऐसे जीवन पर अपशब्द कहना बेहद शर्मनाक है।
शाह ने राहुल गांधी से अपील की कि अगर उनमें थोड़ी भी शर्म बाकी है तो उन्हें प्रधानमंत्री और उनकी दिवंगत मां के लिए माफी मांगनी चाहिए।
अमित शाह के चार संदेश
असम दौरे के दौरान शाह ने राजभवन के ब्रह्मपुत्र विंग समेत कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया और भाषण में चार प्रमुख संदेश दिए:
- कांग्रेस ने मंच से घृणा और अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया, जो राजनीति का सबसे निचला स्तर है।
- नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का सिलसिला नया नहीं है; पहले भी उन्हें “मौत का सौदागर”, “नीच आदमी”, “रावण”, “जहरीला सांप” और “वायरस” कहा गया।
- इस तरह की भाषा से कांग्रेस को जनता का जनादेश कभी नहीं मिलेगा।
- जितनी गालियां मोदीजी को दी जाएंगी, उतना ही कमल का फूल खिलेगा और भाजपा चुनावों में और मजबूत होकर उभरेगी।
आरोपी गिरफ्तार
इस घटना ने बिहार में राजनीतिक हलचल पैदा की। भाजपा ने कांग्रेस पर नफरत फैलाने का आरोप लगाया, जबकि कांग्रेस ने इसे राजनीतिक मुद्दा बताया। पुलिस ने आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले आरोपी मोहम्मद रिजवी उर्फ राजा को गिरफ्तार किया। वह समस्तीपुर जिले के सिंहवाड़ा प्रखंड के भपुरा गांव का निवासी है।
अमित शाह की यह टिप्पणी पीएम मोदी मां विवाद पर स्पष्ट संदेश देती है कि अपमानजनक व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और राजनीतिक मर्यादा का उल्लंघन गंभीर मामला है।
