Uttarakhand Cloudburst 2025: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में क्लाउडबर्स्ट की घटनाओं ने बड़ी तबाही मचा दी है। अचानक आई इस प्राकृतिक आपदा से मकान और पुल बह गए, कई परिवार फंस गए और दर्जनों मवेशी मलबे में दब गए। प्रशासन युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य में जुटा है, वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार हालात पर नजर रखे हुए हैं।
चमोली जिले का हाल
चमोली के देवाल ब्लॉक के मोपाटा क्षेत्र में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। यहां तारा सिंह और उनकी पत्नी लापता हैं, जबकि विक्रम सिंह और उनकी पत्नी घायल हो गए। हादसे में उनकी पशुशाला ढह गई, जिससे करीब 15–20 मवेशी मारे गए।
रुद्रप्रयाग में बढ़ा खतरा
रुद्रप्रयाग जिले में अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। केदारनाथ घाटी के लवाड़ा गांव में मोटर मार्ग का पुल बह जाने से संपर्क पूरी तरह टूट गया है। चेनगाड़ क्षेत्र की स्थिति भी गंभीर बनी हुई है। यहां हनुमान मंदिर जलमग्न हो गया और कई घरों में नदी का पानी घुस गया। प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
CM धामी की अपील
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा पर गहरा दुख जताया और कहा कि राहत-बचाव कार्य तेजी से जारी हैं। उन्होंने आपदा सचिव और जिलाधिकारियों से लगातार संपर्क में रहकर आवश्यक निर्देश दिए हैं।
प्रशासनिक कदम
रुद्रप्रयाग के डीएम प्रतीक जैन ने बताया कि बसुकेदार क्षेत्र में भारी बारिश से चार मकान बह गए, हालांकि सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। एहतियात के तौर पर रुद्रप्रयाग, चमोली, हरिद्वार, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों के स्कूल आज बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।
