जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में मंगलवार को भारी बारिश और बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचा दी। अधिकारियों के अनुसार, इस प्राकृतिक आपदा में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 10 से अधिक घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। यह घटना कठुआ और किश्तवाड़ में हाल ही में हुई प्राकृतिक आपदाओं की श्रृंखला में नवीनतम है।
सड़कें बंद और यातायात ठप
भारी बारिश के कारण भूस्खलन और पत्थर गिरने की घटनाएं बढ़ गईं, जिससे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और अन्य लिंक सड़कें बंद हो गईं। डोडा में एक नाले के उफान पर आने से प्रमुख सड़क बह गई, जिससे क्षेत्र में यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
रिकॉर्ड बारिश का कहर
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, कठुआ में पिछले 24 घंटों में 155.6 मिमी, भद्रवाह (डोडा) में 99.8 मिमी, जम्मू में 81.5 मिमी और कटरा में 68.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। जम्मू में सप्ताहांत में 190.4 मिमी बारिश हुई, जो अगस्त में सदी की दूसरी सबसे बड़ी रिकॉर्ड है।
राहत और बचाव कार्य
अधिकारियों ने ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन की चेतावनी जारी की है। संवेदनशील इलाकों में राहत और बचाव टीमें हाई अलर्ट पर हैं। स्थानीय प्रशासन लोगों को जल निकायों और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दे रहा है।
