
लालबागचा राजा 2025 का पहला लुक
मुंबई के प्रसिद्ध लालबागचा राजा 2025 का पहला लुक 24 अगस्त की शाम को अनावरण किया गया। हर साल की तरह इस बार भी यह प्रतिमा सिर्फ एक मूर्ति नहीं, बल्कि लाखों श्रद्धालुओं की आस्था और मुंबई की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक बनी हुई है। 1934 से स्थापित यह गणेशोत्सव मंडल देशभर में अपनी भव्यता और भक्ति के लिए जाना जाता है।
गणेश चतुर्थी का महत्व
गणेश चतुर्थी इस साल 27 अगस्त से शुरू होकर 10 दिनों तक चलेगी और अनंत चतुर्दशी पर समाप्त होगी। भगवान गणेश को नई शुरुआत, बुद्धि और विघ्नहर्ता के रूप में पूजा जाता है। महाराष्ट्र और मुंबई में इस त्योहार का उत्साह देखते ही बनता है।
पर्यावरण-हितैषी गणपति मूर्तियां
इस साल गणेश उत्सव का बड़ा आकर्षण इको-पेपर से बनी गणपति मूर्तियां हैं। मुंबई के एक कारीगर ने पिछले एक दशक से पर्यावरण-हितैषी मूर्तियां बनाकर परंपरा में नया बदलाव लाया है। ये मूर्तियां हल्की, मजबूत और पानी में आसानी से घुलनशील हैं। पारंपरिक 20 किलो की मिट्टी की मूर्ति की तुलना में 2 फीट की पेपर गणपति मात्र 3 किलो की होती है।
नागपुर और रेलवे की तैयारी
नागपुर का ऐतिहासिक चितार ओली बाजार मूर्तियों से गुलजार है, जहां कारीगर दिन-रात मेहनत कर भव्य प्रतिमाएं तैयार कर रहे हैं। वहीं, रेलवे ने 21 अगस्त से 10 सितंबर तक 392 विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा की है ताकि श्रद्धालुओं को यात्रा में सुविधा मिले।
महाराष्ट्र का गौरव
हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने सार्वजनिक गणेशोत्सव को “राज्य उत्सव” घोषित किया है। यह निर्णय लोकमान्य तिलक की परंपरा को सम्मानित करने और महाराष्ट्र की सांस्कृतिक धरोहर को और मजबूत बनाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।