तेलंगाना स्कूल में पेयजल में कीटनाशक की घटना
तेलंगाना के जयशंकर भूपालपल्ली जिले में एक आवासीय स्कूल से चौंकाने वाली खबर आई है। यहां एक विज्ञान शिक्षक ने आपसी रंजिश के चलते स्कूल के पेयजल में कीटनाशक मिला दिया। इस कारण 11 छात्र बीमार पड़ गए और उन्हें तुरंत सरकारी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। 24 घंटे की निगरानी और उपचार के बाद सभी छात्रों को छुट्टी दे दी गई।
शिक्षक की साजिश और विवाद
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आरोपी शिक्षक राजेंद्र का दो अन्य शिक्षकों, वेंकटेश और सूर्यप्रकाश, से व्यक्तिगत विवाद चल रहा था। इसी रंजिश के चलते उसने पेयजल में कीटनाशक मिलाया ताकि अन्य शिक्षकों पर संदेह बने और वह अपनी पकड़ मजबूत कर सके। आरोपी ने खाली कीटनाशक की बोतल एक छात्र के बिस्तर के नीचे छिपाई और छात्रों को धमकाया कि किसी को कुछ न बताएं। संदेह से बचने के लिए उसने खुद भी दूषित पानी पी लिया और अस्पताल में भर्ती हो गया।
प्रशासन की तत्काल कार्रवाई
मामला तब सामने आया जब बीमार छात्र अस्पताल में अधिकारियों को पूरी सच्चाई बताने लगे। जिला कलेक्टर राहुल शर्मा ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी शिक्षक राजेंद्र, दो अन्य शिक्षकों और रसोइया राजेश्वरी को निलंबित कर दिया। स्थानीय विधायक गंद्रा सत्यनारायण राव, कलेक्टर और एसपी ने अस्पताल और विद्यालय का दौरा कर बच्चों की स्थिति जानी।
सुरक्षा और भविष्य की योजना
जिला कलेक्टर ने विद्यालय प्रबंधन को चेतावनी दी कि छात्रों की सुरक्षा में किसी भी प्रकार का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शिक्षा विभाग और पुलिस को निर्देश दिए गए कि वे समय-समय पर स्कूलों में औचक निरीक्षण करें। यह घटना क्षेत्र में सनसनी फैलाने वाली रही और छात्रों व अभिभावकों में डर पैदा किया।
तेलंगाना स्कूल कीटनाशक घटना ने शिक्षा संस्थानों में सुरक्षा मानकों की समीक्षा की आवश्यकता को सामने रखा है।
