मानसून सत्र में कार्यवाही प्रभावित
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश और संसदीय कार्य मंत्री किरन रिजिजू ने गुरुवार को विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उनका आरोप है कि विपक्ष ने मानसून सत्र 2025 के दौरान संसद की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलने में लगातार बाधा डाली। सत्र के ख़त्म होने पर ओम बिरला ने कहा कि लोकसभा में “लगातार गतिरोध और व्यवधान” के चलते केवल 37 घंटे ही काम हो सका। 419 प्रश्नों में से केवल 55 प्रश्नों पर ही मौखिक चर्चा हो सकी।
राज्यसभा में भी कार्यवाही सीमित
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने बताया कि उच्च सदन में केवल 38.88% कार्य पूरा हो पाया, जो लगभग 41 घंटे के बराबर है। 285 प्रश्न पूछे जाने थे, लेकिन केवल 14 प्रश्न ही उठाए जा सके। इस दौरान 14 बिल पारित या लोकसभा को लौटाए गए। हरिवंश ने सदस्यों से संसद की गरिमा और शिष्टाचार बनाए रखने की अपील की।
नवनिर्वाचित सांसदों को अवसर न मिलने का आरोप
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि नवनिर्वाचित सांसदों को बोलने का मौका नहीं मिला, जिसके लिए विपक्ष जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि इस सत्र का विपक्षी सांसदों, विशेषकर नए सांसदों, के लिए नुकसान हुआ।
विपक्ष का विरोध प्रदर्शन
सत्र के दौरान विपक्षी सांसद “वोट चोरी” के आरोपों के साथ चुनाव आयोग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते रहे। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, TMC की महुआ मोइत्रा और आप के संजय सिंह शामिल थे।
