मुंबई। मंगलवार को मुंबई और उसके उपनगरों में हुई मूसलाधार बारिश ने पिछले पांच साल में अगस्त के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए भारी तबाही मचा दी। सड़कों पर जलभराव, ट्रेन और हवाई सेवा में बाधा, और भूस्खलन की घटनाओं से शहर का जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया।
रेस्क्यू और प्रभावित इलाके
- मणि नदी के किनारे बसे 400 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
- भांडुप में एक व्यक्ति करंट लगने से मृत पाया गया।
- भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों जैसे सूर्य नगर (विक्रोली) और खिंडपाड़ा (भांडुप) से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया।
ट्रेनों और उड़ानों में बाधा
- हार्बर लाइन पर सायन, कुर्ला और चूनाभट्टी के बीच ट्रैक डूबने से ट्रेन सेवाएं बाधित हुईं।
- पश्चिमी लाइन पर भी देरी रही।
- हवाई अड्डे पर 11 उड़ानें डायवर्ट और 24 लैंडिंग रद्द की गईं।
सड़कें और फ्लाईओवर प्रभावित
- दादर टीटी, हिंदमाता, ट्रॉम्बे, वडाला और भायखला में सड़कों पर पानी भरा।
- मालाड और पोइसर के सबवे बंद।
- विक्रोली का नया 85 करोड़ रुपये का फ्लाईओवर भी पानी में डूब गया।
- 135 बस रूट डायवर्ट किए गए, जो हाल के वर्षों में सबसे बड़ी संख्या है।
बिजली कटौती
- कुर्ला में अडानी इलेक्ट्रिसिटी के दो सबस्टेशन बंद होने से करीब 1,000 घरों में बिजली गई।
- जोगेश्वरी, अंधेरी, कांदिवली, घाटकोपर, मीरा रोड और विले पार्ले में भी बिजली कटौती हुई।
नवी मुंबई और आसपास के इलाके
- नवी मुंबई में सबवे जलमग्न।
- पनवेल से लगभग 500 लोगों को शेल्टर होम में ले जाया गया।
- मीरा-भायंदर के उत्तान क्षेत्र में नावों से 15 परिवारों को बचाया गया।
- वसई, नालासोपारा और विरार में कमर तक पानी भर गया।
- झुग्गी बस्तियों में नावों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
ऑरेंज अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग ने बुधवार के लिए मुंबई में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ठाणे, नवी मुंबई, पनवेल और पालघर में स्कूल-कॉलेज बंद रहने का आदेश दिया गया है।
मुंबई ने मात्र पाँच दिनों में 837.3 मिमी बारिश दर्ज की, जिसने जनजीवन, यातायात और बुनियादी सेवाओं को बुरी तरह प्रभावित किया।
