लोकसभा में सोमवार को विपक्ष और सरकार के बीच जोरदार हंगामा देखने को मिला। विपक्षी सांसद बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और चुनाव आयोग पर वोट चोरी के आरोपों को लेकर नारेबाजी और प्रदर्शन करते रहे। सांसद हाथों में तख्तियां लेकर वेल तक पहुंचे।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने विपक्षी सांसदों को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “जनता ने आपको सरकारी संपत्ति नष्ट करने के लिए नहीं चुना है। आप जितनी ऊर्जा नारेबाजी में लगा रहे हैं, उतनी ही सवाल पूछने में लगाएं। अगर आप सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेंगे तो मुझे निर्णायक कदम उठाने होंगे।”
संसद का मानसून सत्र 21 अगस्त तक चलना है, लेकिन लगातार विपक्ष के हंगामे और स्थगन की वजह से कई कामकाज प्रभावित हुए हैं। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दल बिहार SIR पर बहस की मांग कर रहे हैं, जिसे केंद्र सरकार ने अब तक खारिज किया है।
विपक्ष का आरोप है कि बिहार की मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है। राहुल गांधी ने हाल ही में डुप्लीकेट एंट्री, शून्य नंबर वाले घरों पर वोटर पंजीकरण और एक ही पते पर दर्जनों वोटरों के नाम शामिल होने का दावा किया।
सूत्रों के अनुसार, विपक्ष मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने पर विचार कर रहा है। चुनाव आयोग ने इन आरोपों को गलत बताते हुए खारिज किया। लोकसभा अध्यक्ष की चेतावनी के बावजूद विपक्षी सांसद अपनी मांगों पर अड़े रहे और सदन को थोड़ी देर के लिए स्थगित करना पड़ा।
लोकसभा हंगामा इस बार SIR और वोटर सूची विवाद के कारण चरम पर है, जिससे सत्र का कामकाज प्रभावित हुआ है।
