पटना में बच्चों की हत्या का सनसनीखेज मामला
बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार को एक खड़ी कार के अंदर दो बच्चों के शव मिलने से सनसनी फैल गई। मृतकों में एक लड़का और एक लड़की शामिल थे, जिनकी उम्र 5 से 10 साल के बीच थी। लड़की को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई।
घटनास्थल और पोस्टमार्टम रिपोर्ट
पटना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) मोहम्मद हबीबुल्लाह ने बताया कि कार बच्चों के घर के पास खड़ी थी और एक शव पर जलने के निशान पाए गए। पुलिस ने कहा कि मौत के कारण का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
पीड़ितों की पहचान
शवों की पहचान 5 वर्षीय दीपक कुमार और 7 वर्षीय बहन लक्ष्मी के रूप में हुई। उनके पिता गणेश साव मज़दूरी करते हैं, जबकि मां किरण देवी घरों में काम करती हैं।
टीचर गिरफ्तार, शक की सुई उस पर
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बच्चों ने दोपहर 12:30 बजे ट्यूशन पढ़ने के लिए घर से निकले थे। जब शाम तक नहीं लौटे, तो रिश्तेदारों ने तलाश शुरू की। शाम करीब 7 बजे बच्चों को घर से थोड़ी दूरी पर खड़ी कार में बेहोश पाया गया। उन्हें एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित किया।
पुलिस ने स्थानीय महिला ट्यूशन टीचर को गिरफ्तार किया। बच्चों की मां ने आरोप लगाया कि बेटे के शरीर पर चोटों के निशान थे और बेटी का गला घोंटकर हत्या की गई।
इलाके में आक्रोश और जांच
इस घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। पुलिस ने बताया कि शवों पर चोटों के निशान की पुष्टि हुई है और एफएसएल टीम विस्तृत जांच कर रही है। कार मालिक और अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। सभी पहलुओं की जांच के बाद ही मौत का सही कारण सामने आएगा।
