
पीएम मोदी ने लाल किले से 12वीं बार राष्ट्र को संबोधित किया
79वें स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी स्वतंत्रता दिवस भाषण के माध्यम से लगातार 12वीं बार लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित कर इतिहास रच दिया। इस उपलब्धि के साथ उन्होंने इंदिरा गांधी का रिकॉर्ड तोड़ते हुए जवाहरलाल नेहरू के बाद दूसरे स्थान पर अपना नाम दर्ज कराया।
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने 1947 से 1963 तक 17 बार लाल किले से भाषण दिए। इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए 15 अगस्त को कुल 16 भाषण दिए, जिनमें 11 लगातार थे। लाल बहादुर शास्त्री ने 1964 और 1965 में दो बार भाषण दिया। राजीव गांधी ने पांच बार, मोरारजी देसाई ने दो बार, और चौधरी चरण सिंह ने एक बार लाल किले से स्वतंत्रता दिवस भाषण दिया। वी.पी. सिंह, पी.वी. नरसिम्हा राव, एच.डी. देवेगौड़ा, इंद्र कुमार गुजराल, अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह ने भी अलग-अलग वर्षों में भाषण दिए।
पिछले साल पीएम मोदी ने लगातार 11वीं बार लाल किले से भाषण देकर अपने पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह का रिकॉर्ड तोड़ा। उनके पिछले वर्ष के भाषण की लंबाई 98 मिनट थी, जो किसी भी प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए सबसे लंबे स्वतंत्रता दिवस भाषण का रिकॉर्ड है।
पीएम मोदी के भाषण में हमेशा दिन के प्रमुख मुद्दों, नीतिगत पहलों और नई योजनाओं की घोषणाओं को शामिल किया जाता है। इस बार भी उनका लाल किले से संबोधन देशवासियों के लिए प्रेरणा और दिशा का स्रोत बना।