
रन्नी टीचर वेतन: 12 साल का बकाया मिला
केरल के रन्नी शहर से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। नारनम्मुझी के सेंट जोसेफ स्कूल की शिक्षिका लेखा रवींद्रन को 12 साल से रुका हुआ वेतन आखिरकार मिल गया। लेखा के बैंक खाते में ₹29 लाख सीधे जमा किए गए, जबकि बाकी ₹23 लाख भविष्य निधि के माध्यम से चुकाए जाने हैं।
पति की आत्महत्या के बाद वेतन जारी
लेखा के पति वी टी शिजो (47) ने 3 अगस्त को आत्महत्या कर ली थी। बताया गया कि उनके बेटे की इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए धन की व्यवस्था नहीं कर पाने के कारण उन्हें मानसिक पीड़ा हुई। उनके दुखद निधन के बाद अधिकारियों पर विरोध और आलोचना बढ़ी, जिससे वेतन बकाया राशि जल्द जारी की गई।
वेतन विवाद और कानूनी आदेश
लेखा 2012 में सेवा में शामिल हुई थीं, लेकिन उनकी नियुक्ति विवादों में रही। इस वजह से उनके वेतन और अन्य लाभ में देरी हुई। हालांकि, केरल हाई कोर्ट ने 26 नवंबर, 2024 को आदेश दिया, जिससे उनका लंबित वेतन और लाभ अब उन्हें मिल सके।
अब राहत की सांस
अब लेखा को अपने बेटे की पढ़ाई के लिए आर्थिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। अधिकारियों की कार्रवाई और कानूनी आदेश ने इस लंबित मामले को हल कर दिया है।