बिहार में चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची में किए जा रहे संशोधन के खिलाफ विपक्ष ने मंगलवार को संसद भवन परिसर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। कई विपक्षी सांसदों ने ‘मिंता देवी’ नामक 124 वर्षीय पहली बार मतदाता बनी महिला की तस्वीर वाली टी-शर्ट पहनी, जिसमें पीछे ‘124 नॉट OUT’ लिखा था। उनका दावा था कि मिंता देवी का नाम बिहार की मतदाता सूची में दर्ज होना चिंताजनक है। विपक्ष ने इस विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) अभ्यास को तत्काल वापस लेने की मांग की।
कांग्रेस नेताओं का बयान
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि मिंता देवी जैसे मामले अकेले नहीं हैं, ऐसे अनगिनत नाम मतदाता सूची में पाए गए हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, जो टी-शर्ट पहनने वालों में शामिल थीं, ने भी कई फर्जी नाम और पते मिलने की बात कही।
चुनाव आयोग का पक्ष
चुनाव आयोग ने अपनी प्रक्रिया का बचाव किया है। अधिकारियों के अनुसार, कई लोग जानबूझकर या अनजाने में एक से अधिक मतदाता पहचान पत्र रख चुके हैं, जिससे सूची में गड़बड़ी हुई है। आयोग ने बताया कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने या हटाने के लिए अब तक 10,570 आवेदन प्राप्त हुए हैं। मसौदा सूची पर आपत्तियां और दावे 1 सितंबर तक किए जा सकते हैं।
सियासी बहस का केंद्र बनी बिहार मतदाता सूची संशोधन प्रक्रिया
विपक्ष का आरोप है कि इस प्रक्रिया का उद्देश्य बिहार विधानसभा चुनावों से पहले मतदाताओं को उनके अधिकार से वंचित करना है। वहीं चुनाव आयोग इसे मतदाता सुरक्षा और पहचान की मजबूती के लिए आवश्यक मान रहा है। इस मसले पर राजनीतिक टकराव और आगे बढ़ने की पूरी संभावना है।
