पीएलएफआई का झारखंड बंद और एनकाउंटर पर विवाद
झारखंड में माओवादियों के बाद पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन चुके पीपुल्स लिब्रेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) ने 11 अगस्त को झारखंड बंद का ऐलान किया है। संगठन ने प्रेस रिलीज जारी कर अपने सुप्रीमो मार्टिन केरकेट्टा की मौत को फर्जी एनकाउंटर बताया है और बंद का उल्लंघन करने वालों को चेतावनी दी है।
मामला क्या है
- 6 अगस्त को गुमला पुलिस ने मार्टिन केरकेट्टा का एनकाउंटर किया।
- पुलिस का दावा है कि कामडारा थाना क्षेत्र के चंगाबाड़ी ऊपरटोली में मार्टिन की मौजूदगी की सूचना मिलने पर घेराबंदी की गई।
- नक्सलियों की ओर से फायरिंग के बाद हुई जवाबी कार्रवाई में मार्टिन मारा गया।
- मार्टिन पर 15 लाख का इनाम था और दिनेश गोप की गिरफ्तारी के बाद वह संगठन की कमान संभाल रहा था।
पीएलएफआई की दलील
संगठन का आरोप है कि मार्टिन केरकेट्टा आदिवासी थे और उन्हें जानबूझकर फर्जी एनकाउंटर में मारा गया। पीएलएफआई ने कहा कि यह “बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा” और कार्रवाई की चेतावनी दी।
पुलिस की तैयारी
झारखंड बंद को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने मार्टिन के प्रभाव वाले इलाकों में विशेष चौकसी बरतने और सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं।
