तिरुवनंतपुरम | 11 अगस्त 2025:
तिरुवनंतपुरम से दिल्ली जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI2455 को रविवार रात तकनीकी खराबी और खराब मौसम के चलते चेन्नई की ओर डायवर्ट करना पड़ा। इस विमान में 5 सांसदों समेत सैकड़ों यात्री सवार थे। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इसे एक गंभीर विमान दुर्घटना से बचाव बताया है और घटना की DGCA से जांच की मांग की है।
दो घंटे तक हवा में रहा विमान
एयरबस A320 विमान ने रात 8 बजे के बाद तिरुवनंतपुरम से उड़ान भरी और लगभग 10:35 बजे चेन्नई एयरपोर्ट पर लैंड किया। फ्लाइटराडार24 के अनुसार, विमान दो घंटे से अधिक समय तक हवा में रहा।
एयर इंडिया की ओर से जारी बयान में कहा गया,
“10 अगस्त को उड़ान संख्या AI2455 को मार्ग में खराब मौसम और एक संदिग्ध तकनीकी दिक्कत के कारण एहतियातन चेन्नई डायवर्ट किया गया।”
कौन-कौन थे विमान में सवार?
इस फ्लाइट में कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल, कोडिक्कुनिल सुरेश, अडूर प्रकाश, के. राधाकृष्णन और रॉबर्ट ब्रूस जैसे सांसद सवार थे, जो दिल्ली जा रहे थे।
वेणुगोपाल ने बताया “3 घंटे का खौफ”
केसी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बताया कि उड़ान में टर्बुलेंस के झटकों के बाद कैप्टन ने तकनीकी खराबी की जानकारी दी।
उन्होंने लिखा:
“करीब दो घंटे तक हम चेन्नई एयरपोर्ट के ऊपर चक्कर लगाते रहे। पहली लैंडिंग की कोशिश नाकाम रही क्योंकि रनवे पर एक और विमान मौजूद था, जिसके चलते कैप्टन ने फ्लाइट को दोबारा ऊपर ले लिया। दूसरी कोशिश में लैंडिंग सफल रही। हम पायलट की सूझबूझ और किस्मत से बचे। लेकिन यात्रियों की सुरक्षा को किस्मत पर नहीं छोड़ा जा सकता।”
उन्होंने DGCA और नागरिक उड्डयन मंत्रालय से इस मामले की जांच की मांग की है।
एयर इंडिया ने क्या कहा?
केसी वेणुगोपाल की पोस्ट के जवाब में एयर इंडिया ने कहा:
“फ्लाइट को डायवर्ट करना एक सावधानीपूर्ण कदम था। चेन्नई में पहली लैंडिंग की कोशिश के दौरान ATC (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) की ओर से ‘गो-अराउंड’ का निर्देश दिया गया था, जो एक सामान्य प्रक्रिया है। यह किसी दूसरे विमान के रनवे पर होने की वजह से नहीं था।”
इस घटना ने एयर इंडिया की सुरक्षा प्रक्रियाओं और ATC समन्वय को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। यात्रियों और जनप्रतिनिधियों की मांग है कि ऐसी घटनाओं की निष्पक्ष जांच हो और भविष्य में सुरक्षा मानकों को और मजबूत किया जाए।
