राहुल गांधी ने वोट चोरी के आरोपों को लेकर लॉन्च किया वेब पोर्टल
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनावों में कथित वोट चोरी और धोखाधड़ी के आरोपों को लेकर विरोध तेज कर दिया है। इस सिलसिले में पार्टी ने एक वेब पोर्टल शुरू किया है, जिसके माध्यम से लोग चुनाव आयोग से ‘वोट चोरी’ के खिलाफ जवाबदेही की मांग कर सकते हैं और डिजिटल मतदाता सूची के समर्थन में पंजीकरण कर सकते हैं।
वेब पोर्टल पर क्या है खास?
पोर्टल पर पंजीकरण कराने वाले को एक प्रमाणपत्र जारी किया जाता है, जिसमें लिखा होता है कि वह ‘वोट चोरी’ के खिलाफ है और चुनाव आयोग से डिजिटल मतदाता सूची सार्वजनिक करने की मांग करता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे, के.सी. वेणुगोपाल और अजय माकन के हस्ताक्षर भी इस प्रमाणपत्र पर हैं।
राहुल गांधी का वीडियो संदेश
पोर्टल पर जारी एक वीडियो में राहुल गांधी ने कहा, “ये देशद्रोह है, ये राजद्रोह है, टाइम आएगा! हम आपको पकड़ेंगे!” उन्होंने चुनाव आयोग से पारदर्शिता दिखाने और डिजिटल मतदाता सूची सार्वजनिक करने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई है।
आरोपों पर चुनाव आयोग का दबाव
वहीं, चुनाव आयोग ने राहुल गांधी से कहा है कि वे अपने आरोपों के समर्थन में घोषणापत्र पर हस्ताक्षर करें या देश से माफी मांगें। आयोग ने कई राज्यों में कथित वोट चोरी की जांच को लेकर कड़ा रुख अपनाया है।
विपक्ष की सक्रियता बढ़ी
कांग्रेस नेताओं और समर्थकों ने वेब पोर्टल पर पंजीकरण कर इस अभियान को सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रूप से साझा किया है। राहुल गांधी और कांग्रेस की यह पहल चुनावों की निष्पक्षता को लेकर बहस को और तेज कर रही है।
