टैरिफ विवाद पर ट्रंप का अल्टीमेटम
अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक तनाव एक नए स्तर पर पहुंच गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साफ कहा है कि जब तक टैरिफ विवाद हल नहीं होता, तब तक कोई नई व्यापारिक वार्ता नहीं होगी। यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका ने भारतीय निर्यात पर 50% का रिकॉर्ड टैरिफ लगा दिया है। तेल आयात और व्यापार असंतुलन पर भी दोनों देशों के बीच मतभेद बढ़ रहे हैं।
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, “जब तक यह विवाद सुलझता नहीं, तब तक कोई बातचीत नहीं होगी।” अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता टॉमी पिगॉट ने इसे “ईमानदार और स्पष्ट संवाद” का हिस्सा बताया और कहा कि राष्ट्रपति की चिंताओं में भारत का रूसी तेल खरीदना और व्यापार असंतुलन शामिल है।
रूसी तेल आयात पर विवाद
ट्रंप प्रशासन का आरोप है कि भारत, रूस से कच्चा तेल खरीदकर अप्रत्यक्ष रूप से यूक्रेन युद्ध को फंड कर रहा है। ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर भारत ने रूस से तेल खरीद बंद नहीं की, तो और सख्त कदम उठाए जाएंगे। अमेरिका में एक नया बिल भी विचाराधीन है, जो किसी भी देश पर, जो रूसी तेल खरीदे, 500% तक का टैरिफ लगाने का अधिकार देगा।
मोदी का दो टूक जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना नाम लिए इस पर प्रतिक्रिया दी और कहा, “भारत अपने किसानों, डेयरी किसानों और मछुआरों के हितों से कभी समझौता नहीं करेगा, चाहे इसके लिए व्यक्तिगत रूप से बड़ी कीमत क्यों न चुकानी पड़े।” मोदी का यह रुख दर्शाता है कि भारत अमेरिकी दबाव के आगे झुकने वाला नहीं है और अपने आर्थिक हितों की रक्षा करेगा।
