नई दिल्ली।
देशभर के मरीजों के लिए राहत की खबर है। केंद्र सरकार ने हार्ट (हृदय) और डायबिटीज (मधुमेह) जैसी गंभीर बीमारियों में इस्तेमाल होने वाली 37 जरूरी दवाओं की कीमतों में कटौती का ऐलान किया है। इसके साथ ही 35 फार्मूला आधारित दवाएं भी अब पहले के मुकाबले सस्ती दरों पर उपलब्ध होंगी। इस फैसले से लाखों मरीजों को आर्थिक बोझ से राहत मिलने की उम्मीद है।
NPPA ने जारी की नई सूची
राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA) ने इस संबंध में नई सूची जारी की है। इसमें हृदय रोग, मधुमेह, हाई बीपी, दर्द निवारक, संक्रमण और एंटीबायोटिक जैसी जरूरी दवाएं शामिल हैं। सरकार का कहना है कि यह कदम आम लोगों को किफायती स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उठाया गया है।
किन दवाओं की कीमतें घटीं?
मधुमेह की दवाएं: मेटफॉर्मिन, ग्लाइपिजाइड, ग्लिमेपिराइड आदि
हृदय रोग की दवाएं: एटोरवास्टेटिन, क्लोपिडोग्रेल, ऐसिनोप्रिल, एम्लोडिपाइन आदि
हाई ब्लड प्रेशर: टेल्मिसार्टन, लॉसार्टन, हाइड्रोक्लोरोथायाजाइड
एंटीबायोटिक्स: एमोक्सिसिलिन, सेफिक्सिम आदि
दर्द निवारक: पैरासिटामोल, आइबुप्रोफेन
इन दवाओं की कीमतों में 10% से लेकर 40% तक की कटौती की गई है। यह बदलाव जल्द ही देशभर के मेडिकल स्टोर्स पर लागू हो जाएगा।
जन औषधि केंद्रों पर और भी सस्ती दवाएं
सरकार ने यह भी कहा है कि इन दवाओं को प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (PMBJP) के तहत संचालित जन औषधि केंद्रों पर और भी कम कीमत में उपलब्ध कराया जाएगा।
सरकार का बयान
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, “हमारा उद्देश्य है कि जरूरी दवाएं सभी वर्गों के लोगों तक उचित कीमत पर पहुंचें। यह कदम उसी दिशा में एक बड़ा फैसला है।”
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सराहा फैसला
स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञों ने इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि भारत जैसे देश में जहां बड़ी आबादी इन बीमारियों से जूझ रही है, वहां दवाओं की कीमत में कटौती से इलाज में निरंतरता बनी रहेगी और मरीज़ समय पर दवाएं ले सकेंगे।
नोट: यह नई कीमतें आने वाले दिनों में लागू होंगी। मरीजों से अपील है कि दवा खरीदने से पहले कीमत की जानकारी जरूर लें।
