कन्नूर (केरल), 4 अगस्त 2025:
केरल के ‘दो रुपये वाले डॉक्टर’ के नाम से मशहूर डॉ. ए.के. रैरू गोपाल का शनिवार, 2 जुलाई 2025 को 80 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। बुजुर्गावस्था से जुड़ी बीमारियों के चलते उन्होंने अंतिम सांस ली। डॉ. गोपाल पिछले पांच दशकों से गरीब और वंचित मरीजों का मात्र दो रुपये में इलाज करते आ रहे थे। उनके निधन से कन्नूर सहित पूरे राज्य में शोक की लहर है।
गरीबों के मसीहा बने रहे डॉ. गोपाल
कन्नूर स्थित अपने आवास ‘लक्ष्मी’ में एक छोटा सा क्लिनिक चलाने वाले डॉ. गोपाल ने अपना जीवन सेवा को समर्पित कर दिया था। वे रोजाना सुबह 4 बजे से शाम 4 बजे तक मरीजों का इलाज करते थे, हालांकि हाल के वर्षों में उनकी तबीयत बिगड़ने के कारण यह समय सुबह 6 बजे से कर दिया गया था। उनके क्लिनिक पर कन्नूर और आसपास के जिलों से सैकड़ों मरीज आया करते थे।
मात्र 2 रुपये में इलाज और दवाएं भी मुफ्त
परामर्श शुल्क केवल 2 रुपये था, लेकिन ज़रूरतमंद मरीजों को वे निःशुल्क दवाएं भी देते थे। यही वजह थी कि वे “Two Rupee Doctor” और “जनता के डॉक्टर” के नाम से मशहूर हो गए। मई 2024 में तबीयत बिगड़ने के चलते उन्हें अपना क्लिनिक बंद करना पड़ा, जिससे उनके सैकड़ों मरीजों को गहरा धक्का लगा था।
राज्य के मुख्यमंत्री ने जताया शोक
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने डॉ. गोपाल के निधन पर गहरा शोक जताया। उन्होंने कहा, “डॉ. गोपाल ने बीते 50 वर्षों से केवल दो रुपये में इलाज कर लाखों लोगों की सेवा की। उनका समर्पण और मानवीयता हमेशा याद रखी जाएगी। वे चिकित्सा को व्यवसाय नहीं, सेवा मानते थे।”
सम्मान और अंतिम विदाई
डॉ. गोपाल को उनकी सेवा के लिए ‘राज्य के सर्वश्रेष्ठ फैमिली डॉक्टर’ का आईएमए अवॉर्ड भी मिल चुका था। उनका अंतिम संस्कार रविवार को कन्नूर के पय्यम्बलम में संपन्न हुआ। बड़ी संख्या में लोग इस जनसेवक को श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
एक प्रेरणा बन गए ‘Two Rupees Doctor’
डॉ. गोपाल ने यह सिद्ध कर दिया कि चिकित्सा का असली उद्देश्य सेवा है, न कि मुनाफा। उन्होंने अपनी सादगी, सेवा और संवेदनशीलता से समाज में ऐसी अमिट छाप छोड़ी है, जिसे भुला पाना असंभव है।
आपकी सेवाओं को कोटि-कोटि नमन, डॉ. गोपाल।
“आप भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन आपकी सेवा और समर्पण हमेशा प्रेरणा बनकर जीवित रहेगा।”
