पटना: बिहार की सियासत में एक बार फिर से हलचल मच गई है, और इस बार मुद्दा है तेजस्वी यादव के नाम पर दो अलग-अलग वोटर आईडी का मामला। चुनाव आयोग ने इसे गंभीरता से लेते हुए तेजस्वी यादव को नोटिस जारी किया है और उनसे इस संदर्भ में लिखित जवाब मांगा है।
हाल ही में तेजस्वी ने दावा किया था कि उनका नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया है। लेकिन चुनाव आयोग ने इस दावे को गलत और भ्रामक करार देते हुए खारिज कर दिया है। आयोग के अनुसार, 1 अगस्त को जारी ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में तेजस्वी का नाम स्पष्ट रूप से दर्ज है, और वर्ष 2015 की सूची में भी उनका EPIC नंबर RAB0456228 मौजूद था।

हालांकि, विवाद की जड़ है दूसरा EPIC नंबर RAB2916120, जिसके अस्तित्व पर आयोग को संदेह है। जांच में यह नंबर किसी भी वैध दस्तावेज या रिकॉर्ड में नहीं पाया गया। आयोग अब यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि यह फर्जी EPIC नंबर कैसे बना, और इसका इस्तेमाल कहां किया गया।
चुनाव आयोग ने तेजस्वी यादव से स्पष्ट रूप से सभी दस्तावेजों और तथ्यों के साथ जवाब तलब किया है। यदि यह दोहरी प्रविष्टि या फर्जीवाड़ा साबित होता है, तो यह न केवल चुनावी नियमों का उल्लंघन होगा, बल्कि कानूनी कार्रवाई की संभावना भी बन सकती है।
तेजस्वी यादव दो वोटर आईडी मामले ने एक बार फिर चुनावी पारदर्शिता और राजनीतिक जवाबदेही को लेकर बहस छेड़ दी है। अब सबकी नजर तेजस्वी यादव के जवाब और चुनाव आयोग की अगली कार्रवाई पर टिकी है।
