पुणे। पुणे की दौंड तहसील के यवत गांव में एक आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर सांप्रदायिक तनाव भड़क उठा। शुक्रवार को उग्र भीड़ ने संपत्ति में तोड़फोड़ और आगजनी की। भीड़ ने सड़कों पर उतरकर एक मोटरसाइकिल में आग लगाई और एक बेकरी को भी क्षतिग्रस्त किया। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा।
पुलिस ने अब तक 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उन्हें 6 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। यवत पुलिस ने हिंसा से जुड़ी 5 एफआईआर दर्ज की हैं, जिनमें 500 से अधिक लोगों को आरोपी बनाया गया है। इनमें से 100 से अधिक की पहचान हो चुकी है।
जानकारी के अनुसार, भीड़ ने एक मोटरसाइकिल, दो कारों, एक धार्मिक स्थल और एक बेकरी को निशाना बनाया। घटना के बाद यवत में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
पुणे ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक संदीप सिंह गिल ने कहा कि प्रारंभिक जांच में कोई सुनियोजित साजिश का सबूत नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि जिस व्यक्ति के आपत्तिजनक पोस्ट से हिंसा भड़की, वह वर्षों से गांव का निवासी है। हालांकि, जांच अभी जारी है और अंतिम निष्कर्ष आने में वक्त लगेगा।
