
जांजगीर – चांपा : – छत्तीसगढ़ के जांजगीर – चांपा में लुटेरों ने मोटी रक़म पर हाथ साफ़ किया और नौ -दो ग्यारह होने में देर नहीं की। पीड़ित अपनी गुहार लेकर पुलिस स्टेशन पंहुचा, आपबीती सुनाई, इसके बाद शुरू हुआ तफ़्तीश का दौर, फ़रियादी ने पुलिस को चौंकाने वाली दास्तान सुनाई, पुलिस की टीम निशानदेही में जुटी रही। आख़िरकार 11 घंटो के भीतर ही लुटेरे उसके हथ्थे चढ़ गए। गजब की यह क्राइम स्टोरी छत्तीसगढ़ पुलिस की पेशेवर तफ्तीश का नमूना पेश कर रही है।

छत्तीसगढ़ पुलिस की दक्षता से परिपूर्ण इस दास्तान में मास्टर माइंड के कब्जे से नकदी ₹11,79,800 रु एवं लैपटॉप बरामद कर चौकाने वाला खुलासा हुआ है। सायबर टीम द्वारा मनोवैज्ञानिक ढंग से संदेहियों और शिकायतकर्ताओं से पूछताछ शुरू की गई थी। दरअसल, बम्हनीडीह से चांपा मार्ग ग्राम पूछेली गांव से गुजरने वाले मुख्य मार्ग में कल दिनांक 01.08.25 को दोपहर 01 बजे को लूट की घटना सामने आई थी। पीड़ित अपनी गुहार लेकर थाना बहमनीडीह पहुंचे थे।

पुलिस स्टेशन में शिकायतकर्ता दीपेश देवांगन पिता शत्रुघ्न देवांगन उम्र 25 वर्ष निवासी चोरिया थाना सारागांव जिला जांजगीर चांपा ने लूटपाट की घटना से रूबरू कराया था। उसने दावा किया था कि शाम लगभग 5 बजे वह अपने परिचित किरीत सिन्हा नामक व्यक्ति से 11,79,800/- रुपए प्राप्त कर यूनियन बैंक चांपा में जमा करने जा रहा था। इसी दौरान, बम्हनीडीह – अमोदी मार्ग पर बाइक सवार तीन लड़कों ने उसे लूट लिया। शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि लुटेरों में से दो ने स्कार्फ और एक ने टोपी पहनी थी। उन्होंने, पहले उससे लिफ्ट मांगी और फिर उसके नहीं रुकने पर पीछा करके बाइक उसके सामने अडा दी, फिर मारपीट कर उसका बैग और लैपटॉप लूट लिए गए। उसके मुताबिक बैग में लगभग 11,79,800 रु नगदी थी। पीड़ित की दास्तान सुनने के बाद पुलिस ने फ़ौरन अपने पैर पसार लिए।

लूटपाट की सूचना मिलते ही हरकत में आये थाना बम्हनीडीह स्टाफ ने तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को भी वारदात से वाकिफ कराया। पुलिस का सूचना तंत्र भी देखते ही देखते सक्रिय हो गया। आरोपियों की धर -पकड़ के लिए जिले भर में कई चुनिंदा इलाकों में नाकाबंदी की गई। उधर पुलिस और साइबर सेल ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण भी किया। पुलिस की तफ्तीश में लूटपाट की वारदात जांचकर्ताओं के गले नहीं उतरी। दरअसल उन्हें घटनास्थल से किसी भी प्रकार की लूटपाट के साक्ष्य ढूंढे नहीं मिल रहे थे। आखिरकार घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण, कर जांच अधिकारी ने अपना रुख शिकायतकर्ता दीपेश देवांगन की ओर कर लिया। उससे पूछताछ के दौरान घटना की सूचना विलम्ब से देने एवं बयानों में विरोधाभास जैसे जवाब सामने आने लगे।

जानकारी के मुताबिक जाँचधिकारी के पूछताछ के दौरान पीड़ित का संदिग्ध व्यवहार साफ़ -साफ़ नजर आने लगा। बताया जाता है कि जब उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो पीड़ित ने अपना मुँह खोला। उसने कबूल किया कि उस पर करीब 8 लाख रुपये का कर्ज है, जिसे चुकाने की नीयत से उसने ₹11,79, 800रु/ की लूटपाट की झूठी कहानी गढ़ी थी। पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने लूटपाट का फर्जी प्लान अमल में लाया था। फ़िलहाल पुलिस ने किरीत सिन्हा निवासी करनौद की रिपोर्ट पर आरोपी दीपेश देवांगन के विरुद्ध Misappropriation of property… (अमानत में ख़यानत) और अपराध क्रमांक 70/2025 में धारा 217, 316(2) BNS (पुलिस को झूठी सूचना देकर भ्रमित करना) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी द्वारा बताया गया कि वह वर्ष 2018 से अब तक एकाउंटिंग, हिसाब किताब, खरीदी बिक्री एवं हवाला से संबंधित कार्यों में संलिप्त रहा है। पुलिस के मुताबिक आरोपी चालाक प्रवृति का है। फ़िलहाल आरोपी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया। जहाँ से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।