
01 अगस्त 2025
नई दिल्ली – अच्छी नींद को हमेशा सेहतमंद जीवनशैली का हिस्सा माना गया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि जरूरत से ज्यादा सोना भी जानलेवा हो सकता है? अगर आप रोजाना 9 घंटे से ज्यादा सोते हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि एक स्टडी के मुताबिक इससे मौत का खतरा 34% तक बढ़ जाता है।
जहां एक तरफ 7-8 घंटे की नींद शरीर के लिए जरूरी है, वहीं कम या ज्यादा नींद दोनों ही खतरनाक हो सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार जो लोग 7 घंटे से कम सोते हैं, उनमें दिल की बीमारियों, शुगर, थायराइड और बीपी जैसी समस्याएं बढ़ने लगती हैं। इतना ही नहीं, इन लोगों में मौत का जोखिम 14% तक बढ़ जाता है।
क्यों जरूरी है नींद का संतुलन?
भागदौड़ और तनाव भरी जिंदगी में नींद की गुणवत्ता और समय दोनों प्रभावित हो रहे हैं।
58% लोग रात 11 बजे के बाद सोते हैं।
88% लोग नींद के दौरान बार-बार उठते हैं।
हर 4 में से 1 शख्स अनिद्रा का शिकार है।
सिर्फ 35% लोग ही रोज 8 घंटे की नींद ले पाते हैं
नींद कम लेने के गंभीर दुष्परिणाम
नींद पूरी न होने पर शरीर और दिमाग पर बुरा असर पड़ता है:
18 घंटे जागने पर: बीपी हाई, दिल पर दबाव
24 घंटे जागने पर: चिड़चिड़ापन, ध्यान की कमी
36 घंटे जागने पर: एकाग्रता घटती है, निर्णय लेने में दिक्कत
48 घंटे जागने पर: तनाव, बेचैनी, गुस्सा
48 घंटे से ज्यादा जागने पर: मतिभ्रम, नकारात्मक सोच
बीमारियों का न्योता बनती है नींद की कमी
नींद की कमी से कई गंभीर बीमारियां पनप सकती हैं: डायबिटीज
हाई ब्लड प्रेशर
कोलेस्ट्रॉल
हार्मोनल असंतुलन
डीएनए डैमेज
डिप्रेशन और कैंसर का खतरा
कमजोर होती है इम्यूनिटी
कम नींद का सीधा असर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर पड़ता है।
टी-सेल और नैचुरल किलर सेल्स 70% तक कम हो जाते हैं
एंटीबॉडीज बनना कम हो जाता है
शरीर संक्रमण के लिए ज्यादा संवेदनशील हो जाता है
नींद और डायबिटीज का गहरा रिश्ता
नींद की कमी से शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ता है, जिससे शुगर लेवल अनियंत्रित होने लगता है। स्ट्रेस हार्मोन बढ़ते हैं और इंफ्लेमेशन शरीर में हावी हो जाती है, जिससे डायबिटीज का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
सेहतमंद नींद के लिए क्या करें?
हर दिन समय पर सोने और उठने की आदत डालें
दिन में एक्सरसाइज, योग और प्राणायाम करें
सोने से पहले मोबाइल, टीवी से दूरी बनाएं
कैफीन और भारी भोजन रात में न लें बेडरूम का वातावरण शांत और अंधेरा रखें
निष्कर्ष: नींद न केवल शरीर की मरम्मत करती है बल्कि दिमाग को भी रिचार्ज करती है। इसलिए न बहुत कम सोएं और न बहुत ज्यादा। रोजाना 7 से 8 घंटे की संतुलित नींद ही आपको एक लंबा और स्वस्थ जीवन दे सकती है।
“नींद की चादर जितनी फैलाएं, उतना ही स्वास्थ्य पाएं!”