
नई दिल्ली। भारतीय सेना में एक बड़ा प्रशासनिक बदलाव करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल पुष्पेंद्र सिंह को उप सेना प्रमुख (Vice Chief of Army Staff) नियुक्त किया गया है। वह 1 अगस्त 2025 से यह पदभार ग्रहण करेंगे। वह लेफ्टिनेंट जनरल एन.एस. राजा सुब्रमणि की जगह लेंगे, जो वर्तमान में इस पद पर कार्यरत हैं।
🪖 35 वर्षों का बहादुरी भरा सैन्य सफर
लेफ्टिनेंट जनरल पुष्पेंद्र सिंह भारतीय सेना की पैरा स्पेशल फोर्सेज (4 पैरा) से जुड़े हैं और उन्होंने पिछले 35 वर्षों में ‘ऑपरेशन पवन’, ‘ऑपरेशन मेघदूत’, ‘ऑपरेशन रक्षक’ और ‘ऑपरेशन ऑर्चिड’ जैसे कई महत्वपूर्ण अभियानों का नेतृत्व किया है।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों के तहत लेबनान और श्रीलंका में भी उत्कृष्ट सेवाएं दी हैं। उनकी वीरता और सेवा भावना के लिए उन्हें अति विशिष्ट सेवा पदक और दो बार सेना पदक से सम्मानित किया गया है।
🪷 राइजिंग स्टार कॉर्प्स के नेतृत्व में दिखाया सामरिक कौशल
अप्रैल 2022 से लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ‘राइजिंग स्टार कॉर्प्स’ के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (GOC) के रूप में तैनात थे। इस दौरान उन्होंने सीमा सुरक्षा, रणनीतिक संचालन और सेना की युद्धक तैयारियों को नए मुकाम तक पहुंचाया।
रणनीति, नेतृत्व और समर्पण का प्रतीक
भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) के पूर्व छात्र रहे सिंह, सिर्फ एक योद्धा नहीं, बल्कि एक रणनीतिक सोच वाले सैन्य नेता के रूप में भी जाने जाते हैं। रक्षा मंत्रालय ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि –
“उनका सेवा रिकॉर्ड, निर्णायक नेतृत्व और सामरिक अनुभव उन्हें इस महत्वपूर्ण पद के लिए पूरी तरह उपयुक्त बनाता है।”
सुरक्षा चुनौतियों के बीच जिम्मेदारी
लेफ्टिनेंट जनरल पुष्पेंद्र सिंह की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है, जब भारत की सीमाओं पर सुरक्षा संबंधी चुनौतियां और हाइब्रिड वारफेयर की जटिलताएं बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि स्पेशल फोर्सेज में उनकी पृष्ठभूमि, सेना को तेज, सटीक और प्रतिक्रियाशील बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।