
रायपुर – छत्तीसगढ़ में कांग्रेस बुरी तरह से फंस गई है, पूर्व मुख्यमंत्री के अघोषित कारोबार को लेकर राजनीतिक गलियारा गरमाया हुआ है | मामला पूर्व मुख्यमंत्री की आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने से जुड़ा बताया जा रहा है | दावा किया जा रहा है कि राज्य के कई प्रमुख बिल्डरों के ठिकानो और रियल स्टेट कारोबार में बड़े पैमाने पर विभिन्न घोटालो की नगदी खपाई गई है |

जानकारी के मुताबिक आधा दर्जन से ज्यादा रायपुर के चर्चित अस्पतालों में भी पूर्व मुख्यमंत्री और उनके पुत्र का बेनामी निवेश सामने आया है | भिलाई में करोडो रूपए बगैर ब्याज के निवेश किये जाने के पुख्ता सबूत ED के हाथ लगे है | इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के जौनपुर में करोडो की संपत्ति कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के नाम पर ख़रीदे जाने का मामला सुर्ख़ियों में है | पूर्व कांग्रेसी नेत्री और बीजेपी की मौजूदा प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने यूपी के जौनपुर में ब्लैकमनी निवेश को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री बघेल और उनकी टोली पर तीखा हमला किया है |

एक ट्वीट में राधिका खेड़ा ने दावा किया है कि जौनपुर में कई एकड़ जमीने खरीद कर ब्लैक मनी खपाई गई है | जौनपुर जिले के मछलीशहर तहसील में करोड़ों की जमीन खरीदी का खुलासा कर राधिका खेड़ा ने खलबली मचा दी है। उन्होंने यह भी अंदेशा जाहिर किया है कि महादेव एप्प सट्टा घोटाला, शराब और कोल खनन घोटाले की मोटी रक़म जमीनों की खरीद फरोख्त में निवेश की गई है | उनका ट्वीट कांग्रेसी खेमों में चर्चा का विषय बना हुआ है | राधिका खेड़ा ने ट्वीट में सवाल भी दाग़े है | उन्होंने लिखा कि – क्या ये शराब घोटाले का पैसा है ? या महादेव एप का पैसा है ? या कोयला खनन का पैसा है ? बताओ कलेक्टर बताओ नहीं तो मैं करुँगी खुलासा |

उधर राधिका के ट्वीट के बाद बीजेपी भी मुखर नजर आ रही है | उनके ट्वीट पर बीजेपी नेता गौरी शंकर श्रीवास ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है | हालांकि कांग्रेसी खेमे की ओर से ऐसे ट्वीट को लेकर अभी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है | छत्तीसगढ़ में कांग्रेस कार्यकाल के पूरे 5 वर्ष घोटालो और भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गए | पूर्व मुख्यमंत्री भू -पे बघेल ने इन वर्षो में कुल 84 हजार करोड़ से ज्यादा का विभिन्न बेंको से लोन लेकर अपना राज -काज संपन्न किया था | जबकि 15 वर्ष के कार्यकाल में इतना ही ऋण लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने मौजूदा विकसित छत्तीसगढ़ की नींव रखी थी |

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सरकारी तिजोरी से विभिन्न योजनाओं में खर्च की गई रकम से प्रदेश भर में सड़को का जाल बिछाया गया था | उनके कार्यकाल में फ्लाईओवर, पुल -पुलिया का निर्माण समेत सैकड़ो विकास के कार्य आज भी नजर आ रहे है | जबकि भू -पे के कार्यकाल में निर्मित कोई भी विकास योजनाए धरातल में नजर नहीं आती है | जानकारों के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह सरकार द्वारा लोक कल्याणकारी कार्यो में खर्च की गई रकम का ब्यौरा आम है, लेकिन मात्र 5 वर्ष में 84 हजार करोड़ बघेल सरकार ने आख़िर कहाँ खर्च कर दिए ? कागजों में सिमट कर रह गया है |

जानकार यह भी तस्दीक करते है कि मौजूदा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी सरकारी रकम के बेहतर इस्तेमाल पर जोर दे रहे है | उनकी नीतियों के परिणाम भी सामने आ रहे है, पिछले 5 वर्षो से ठप विकास की कई योजनाओं को नए सिरे से अंजाम दिया जा रहा है | इसके लिए रायपुर शहर के फूट वे फ्लाईओवर को विकास योजनाओं से जोड़ा गया है, साय सरकार आम लोगो को विकास से जोड़कर सरकारी रकम का योजनाबद्ध उपयोग कर रही है, लेकिन भू -पे के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार ने विकास के बजाय भ्रष्टाचार पर जोर देकर, जनता के अरमानों पर पानी फेर दिया था | राधिका खेड़ा के ट्वीट के बाद जांच एजेंसिया भी सक्रिय देखी जा रही है | फ़िलहाल, पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र चैतन्य बघेल जेल की हवा खा रहे है, वही प्रदेश में कांग्रेस की राजनीति सिर्फ घोटालो और आरोपियों के बचाव तक ही सिमटी आंकी जा रही है |