बदायूं : – उत्तरप्रदेश का बदायूं जिला वैसे तो मुस्लिम बाहुल्य है, लेकिन इसके सराय पिपरिया गाँव में एक तालाब किनारे बड़ी तादाद में मुस्लिमों का ताँता लगा हुआ है | यहाँ वे भी खुदाई के दौरान छह फीट नीचे दबे शिवलिंग के दर्शन के लिए पहुंचे है | हिन्दू समुदाय के पंडित और साधु – संत भी पुरातत्व के जानकारों के साथ मौंके पर जुटे है, दावा किया जा रहा है कि ये शिवलिंग 300 साल से भी ज्यादा पुराना है। अंदेशा जाहिर किया जा रहा है कि भूकंप या पृथ्वी पर होने वाली किसी घटना के चलते यह इलाका जमीन के भीतर समां गया था | कई रहस्य्मय मूर्तियां भी आस -पास के इलाको से खुदाई में निकलना आम बताया जा रहा है |

यूपी के बदायूं में खुदाई के दौरान पंचमुखी शिवलिंग मिलने से तालाब किनारे आसपास के दर्जनों गांवों से यहाँ आने वालों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। हालत यह है कि लोगों की भीड़ और सावन पर भोलेनाथ के प्रति आस्था के मद्देनजर प्रशासन को यहाँ जमकर पसीना बहाना पड़ रहा है | पुलिस और राजस्व कर्मियों की टीम मौंके पर तैनात करनी पड़ी है। जानकारी के मुताबिक यह शिवलिंग दातागंज तहसील के सराय पिपरिया गांव में एक तालाब की खुदाई के दौरान लगभग छह फीट नीचे दिखाई दिया था | संगमरमर का यह अवशेष तब सामने आया जब एक बुलडोजर ने तालाब किनारे जमीन में खुदाई की। खुदाई के दौरान शिवलिंग मिलने से क्षेत्र में उत्सुकता और श्रद्धा का माहौल है। पापड़ ब्रह्मदेव मंदिर के महंत परमात्मा दास महाराज ने दावा किया कि शिवलिंग लगभग 300 साल पुराना है।

पर्यावरणविद् शिप्रा पाठक, जो नर्मदा बचाओ अभियान से जुड़ी हैं, खुदाई के समय मौके पर मौजूद थीं। उन्होंने बताया कि खुदाई उनकी 13 एकड़ जमीन पर एक कमल तालाब बनाने के लिए की जा रही थी, जहां एक प्लांट नर्सरी पंच तत्व पौधशाला भी विकसित की जा रही है। शिवलिंग के निकलने को दिव्य संकेत बताते हुए पाठक ने इस खोज के प्रति श्रद्धा व्यक्त की। शिप्रा पाठक एक फाउंडेशन चलाती हैं जो हर साल पांच लाख पौधे आम लोगों को निशुल्क वितरित करता है | दातागंज के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट धर्मेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि शिवलिंग के ऐतिहासिक महत्व और उम्र का आकलन करने के लिए पुरातत्व विभाग को बुलाया गया है। मान्यता है कि पंचमुखी शिवलिंग का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शिवलिंग भगवान शिव का प्रतीक है और पंचमुखी शिवलिंग भगवान शिव के पांच रूपों का प्रतिनिधित्व करता है।
