कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उदित राज ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कांवड़ यात्रा को लेकर दिए बयान पर जोरदार पलटवार किया है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी बनाकर कांवड़ यात्रियों को बदनाम किया जा रहा है, लेकिन उदित राज ने इसे पूरी तरह खारिज कर दिया।
उदित राज ने स्पष्ट कहा कि कांवड़ियों को कोई बदनाम नहीं कर रहा है बल्कि भाजपा ही इस मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रही है। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुई कई घटनाओं को देखते हुए कांवड़ यात्रियों का पुलिस सत्यापन होना चाहिए ताकि यह पता चल सके कि कौन सी सही और कौन सी नकारात्मक गतिविधि में शामिल है।
उन्होंने बताया कि सावन के महीने में कांवड़ यात्रा के लिए जाने वाले सभी लोगों का बैकग्राउंड चेक होना जरूरी है। उदित राज ने कहा, “मेरी शुभकामनाएं कांवड़ यात्रा पर जाने वाले सभी लोगों के लिए हैं, लेकिन पुलिस वेरिफिकेशन से ही स्पष्ट होगा कि कौन वाकई श्रद्धालु है और कौन गलत गतिविधियों में लिप्त।”
इसके अलावा, रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ ईडी की जांच को लेकर उदित राज ने कहा कि यह जांच 11 साल से चल रही है और इसका मकसद कांग्रेस और गांधी परिवार को निशाना बनाना है। उन्होंने भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी को भी जातिगत भेदभाव बताया और कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में सबसे पहले बड़े नेताओं की जांच होनी चाहिए।
अंत में, उन्होंने ‘आप’ पार्टी के कांग्रेस पर आरोप लगाने को राजनीति करार देते हुए कहा कि यह पार्टी संघ और भाजपा के कारण बनी है और अब वे अपनी स्वतंत्र राह चुन सकते हैं।
