
दिल्ली / लखनऊ : छांगुर बाबा के काले कारनामों ने कई मुस्लिम स्कॉलर की नींद उड़ा दी है | उन्होंनेछांगुर के क्रिया – कलापों की कड़ी निंदा की है | इस्लाम के जानकार टीवी बहस से लेकर आम मंचो पर छांगुर नेटवर्क की आलोचना कर रहे है | उनका दावा है कि ऐसे बाबाओं के कारण इस्लाम की गलत व्याख्या होती है | इसका नुकसान पूरे समाज को प्रभावित करता है | जबकि इस्लाम में इस तरह के धर्मांतरण को निषेध किया गया है | इस बीच एक पीड़ित महिला सामने आई है | उसका आरोप है कि छांगुर बाबा के गुर्गों ने तीन माह तक फतेहपुर की एक मस्जिद में कैद रखा था, छांगुर बाबा के जरिए उसका ऑनलाइन धर्मांतरण करवाया गया था। पीड़िता ने एक और खुलासा करते हुए कहा कि छांगुर बाबा जब वीडियो कॉल करता था तो वह भारत को इस्लामी मुल्क बनाने की बातें कहता था।

धर्मांतरण के मामले में छांगुर पीर बाबा उर्फ जमालुद्दीन का जाल औरैया तक फैला था। अजीतमल कोतवाली क्षेत्र की एक महिला ने छांगुर बाबा पर उनके गुर्गे के जरिए धर्मांतरण करवाने का आरोप लगाया है। आरोप है कि गुर्गों ने तीन माह तक फतेहपुर की एक मस्जिद में कैद रखा था, छांगुर बाबा के जरिए उसका ऑनलाइन धर्मांतरण करवाया गया था। हालांकि, इसकी शिकायत पुलिस में नहीं की है। पुलिस मामले की जांच करने की बात कह रही है। महिला ने बताया कि आरोपी मेराज की उससे वर्ष 2019 में कानपुर स्थित ननिहाल जाने के दौरान मुलाकात हुई थी। मेराज अंसारी ने खुद को रुद्र शर्मा बताकर आधार कार्ड दिखाया था। बाद में उसने पिता की शराब की लत छुड़वाने के नाम पर लखनऊ में छांगुर बाबा से उसकी मुलाकात करवाई थी। बाबा ने एक ताबीज दी थी। इसके बाद बाबा का एक गुर्गा दूसरे समुदाय के व्यक्ति के नाम का प्रयोग कर घर आने लगा। उसकी बहनें भी उसके घर पर नाम बदल कर आती थीं।

आरोप है कि 15 मई 2024 को मेराज अंसारी और उसकी बहन अंजलि (अलिप्सा) उसके घर आए। वह उसे कानपुर में छांगुर बाबा से मिलवाने की बात कहकर घर से ले गए। गुर्गे उसे कानपुर न ले जाकर फतेहपुर की एक मस्जिद में ले गए। मस्जिद में मेराज के माता-पिता और मौलाना की मौजूदगी में शबाना नाम की महिला को उसकी नकली मां बनाकर जबरदस्ती निकाह करवा दिया और धर्मांतरण कराया गया। इस दौरान छांगुर बाबा भी ऑनलाइन धर्मांतरण में शामिल हुआ था। धर्मांतरण के बाद छांगुर बाबा ने उसका जैनब रखा था। गुर्गों ने उसे करीब तीन माह तक बंधक बनाए रखा। धर्मांतरण करवाने पर उसे मेराज की असलियत का पता चला। महिला का आरोप है कि उसके परिजनों पर दबाव बनाने के लिए मेराज ने उसके पिता को उसकी अश्लील वीडियो दिखाई थी।

महिला ने बताया कि वह लखनऊ में एफआईआर लिखाने गई थी। एटीएस ने मामला दर्ज किया। उसका बयान भी कोर्ट में हो चुका है, लेकिन अभी तक आरोपियों को पकड़ा नहीं गया है। पीड़िता ने एक और खुलासा करते हुए कहा कि छांगुर बाबा जब वीडियो कॉल करता था तो वह भारत को इस्लामी मुल्क बनाने की बातें कहता था | औरैया की अजीतमल कोतवाली में पांच सितंबर 2024 को महिला के माता-पिता ने मेराज की हत्या कर उसका शव घर के बेसमेंट में सबमर्सिबल के चैंबर में छिपा दिया था। पुलिस ने घटना का 24 घंटे में खुलासा कर महिला के माता-पिता को जेल भेजा था। पुलिस की जांच में महिला की मां के भी मेराज से संबंध होने की बात सामने आई थी।

उन्होंने पुलिस के सामने मेराज की लाई हुई नींद की गोलियां उसी को खिलाकर मौत की नींद सुला देने की बात कबूली थी।मेराज की हत्या के मामले में घटना के अगले दिन उसके भाई हंजल ने अजीतमल कोतवाली में महिला के माता-पिता के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। घटना के खुलासे में जुटी पुलिस की पूछताछ में सामने आया था कि महिला की मां के संबंध मेराज से थे। इसके बाद भी मेराज ने उसकी बेटी से संबंध बना लिए थे। इस पर महिला की मां ने उसकी शादी इटावा जिले में करवा दी थी, लेकिन शादी के 15 दिन बाद महिला मेराज के साथ चली गई थी। जानकारी होने पर महिला की मां ने अजीतमल कोतवाली में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इसके बाद महिला की मां ने घटना की जानकारी उसके पिता को दी और मेराज की हत्या की साजिश रची थी।

मेराज से करीबी होने के मां ने चार सितंबर 2024 को मेराज को समझौते के बहाने उसे बेटी के साथ घर पर बुलाया था। बेटी के आने पर मां ने उसे बेटे के साथ रिश्तेदारी में भेज दिया। इधर, नींद की गोलियां खाने में मिलाकर मेराज को खिला दीं थीं। मेराज के सोने पर उसके सिर को ईंट से कूंचकर हत्या कर दी और शव बेसमेंट में छिपा दिया था। घटना की जानकारी पर आए मेराज के परिजनों ने दोनों के कोर्ट में शादी करने की बात कही थी। मेराज हत्याकांड में पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर खून से सने कपड़े व नींद की गोलियां घर से बरामद की थीं। पुलिस की जांच में सामने आया था कि हत्या के बाद महिला के पिता ने मेराज का फोन जलाने के बाद नाले में डाल दिया था। साथ ही खून के दाग धुलकर खून से सनी ईंट भी छिपा दी थी। इसके बाद स्वयं अज्ञात शव मिलने का शोर मचा दिया था।अभिजित आर शंकर, एसपी, औरैया के मुताबिक पीड़िता की ओर न तो घटना के दौरान किसी भी प्रकार का धर्मांतरण करवाने का आरोप लगाया गया था, न ही कोई तहरीर दी गई थी। अभी भी पीड़िता ने मामले से जुड़ी तहरीर नहीं दी है। मामले की जांच की जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। फ़िलहाल मामले ने तूल पकड़ लिया है |