नई दिल्ली: शैक्षणिक वर्ष 2024 शुरू हुए चार महीने हो चुके हैं, लेकिन दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कक्षा 5 से 8 तक के छात्रों को अब तक NCERT की किताबें नहीं मिल सकी हैं। हालात यह हैं कि न तो कक्षाओं में किताबें उपलब्ध हैं और न ही ऑनलाइन संस्करण उपलब्ध कराया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, कक्षा 5 की विज्ञान और योग विषय की किताबें अभी तक स्कूलों में नहीं पहुँची हैं। वहीं, कक्षा 6 से 8 तक की विज्ञान, गणित, योग और सभी व्यावसायिक विषयों की पुस्तकें भी अब तक लापता हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि ये किताबें अभी प्रकाशित भी नहीं हुई हैं। प्रकाशन में कम से कम तीन सप्ताह और लगेंगे, और फिर स्कूलों तक पहुँचने में एक और सप्ताह का समय लगेगा।
अभिभावक लगातार एनसीईआरटी से जवाब मांग रहे हैं और ईमेल के ज़रिए अपनी चिंता जाहिर कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पा रही है। इस स्थिति ने शिक्षा व्यवस्था को लेकर गहरी चिंता खड़ी कर दी है।
विडंबना देखिए कि इसी बीच सोमवार को एनसीईआरटी ने कुछ हिंदी और कला विषय की नई पुस्तकों के विमोचन का जश्न सोशल मीडिया पर मनाया, जिससे वह तीखी आलोचनाओं के घेरे में आ गई।
शिक्षकों और अभिभावकों ने सवाल उठाए कि जब छात्र जरूरी किताबों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, तो परिषद ने उन्हें ऑनलाइन भी क्यों नहीं उपलब्ध कराया, ताकि वे कम से कम प्रिंटआउट लेकर पढ़ाई तो कर सकें।
