
ठाणे/मीरा-भायंदर। मीरा रोड में मराठी बनाम हिंदी भाषा विवाद गहराता जा रहा है। मंगलवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया जब वे व्यापारियों के विरोध प्रदर्शन के जवाब में खुद प्रदर्शन करने पहुंचे। पुलिस ने मनसे के ठाणे जिला अध्यक्ष अविनाश जाधव को भी विरोध शुरू होने से पहले ही एहतियातन हिरासत में ले लिया।
दरअसल, कुछ दिन पहले मराठी में बात न करने पर मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा एक फूड स्टॉल मालिक पर हमले का आरोप सामने आया था। इसके बाद भायंदर इलाके में व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन किया और हमलावरों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। मनसे ने इस विरोध के जवाब में मंगलवार को अपना प्रदर्शन आयोजित करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने अनुमति नहीं दी और कार्यकर्ताओं को रोकते हुए वैन में भरकर हिरासत में ले लिया।
मंत्री योगेश कदम का बयान: “कोई राजनीतिक एंगल नहीं”
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री योगेश रामदास कदम ने कहा कि इस मामले में कोई राजनीतिक दृष्टिकोण नहीं है। उन्होंने कहा,
“मनसे को प्रदर्शन की अनुमति सिर्फ इसलिए नहीं दी गई क्योंकि चुने गए स्थान से कानून व्यवस्था की समस्या हो सकती थी। हमने उन्हें वैकल्पिक स्थान देने का प्रस्ताव दिया, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया।”
आदित्य ठाकरे का हमला: भाजपा राज्य को बांटना चाहती है
इस बीच शिवसेना (यूबीटी) के विधायक आदित्य ठाकरे ने भाजपा पर राज्य को बांटने और भय का माहौल बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा,
“भाजपा की रणनीति फूट डालो और राज करो की है। ये मराठी विरोधी मानसिकता का प्रचार कर रहे हैं। ये उत्तर भारतीयों का नहीं, बल्कि भाजपा की राजनीति का प्रतिनिधित्व करते हैं।”