
अलास्का के तट के पास एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। ब्रिटिश मैनेजमेंट वाली एक कार्गो शिप मॉर्निंग मिडास (Morning Midas) में आग लग गई है, जिसमें 3,000 से अधिक गाड़ियां लदी हुई थीं। इनमें से 750 इलेक्ट्रिक या हाइब्रिड कारें थीं। अलास्का कोस्ट गार्ड के मुताबिक, रविवार को उन्हें एक इमरजेंसी कॉल मिली, जिसमें बताया गया कि मॉर्निंग मिडास (Morning Midas) नाम के जहाज में आग लग गई है। इस जहाज पर 22 क्रू मेंबर्स मौजूद थे, जिन्हें बाद में एक निजी जहाज की मदद से सुरक्षित निकाल लिया गया।
यह जहाज इस समय अलास्का के अदक (Adak) क्षेत्र से करीब 547 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में मौजूद है और अब भी जल रहा है। हालांकि, राहत की बात यह है कि अभी तक इसके डूबने या झुकने के कोई संकेत नहीं मिले हैं। इलेक्ट्रिक गाड़ियों की मौजूदगी इस जहाज में जो करीब 750 इलेक्ट्रिक या हाइब्रिड वाहन लदे थे, उनमें अधिकांश में लिथियम-आयन बैटरियां लगी होती हैं। यह बैटरियां आमतौर पर सुरक्षित मानी जाती हैं, लेकिन यदि उन्हें झटका लगे, या वे खराब हो जाएं, तो वे अत्यधिक गर्म होकर आग पकड़ सकती हैं।
हालांकि, इस बार आग का कारण स्पष्ट नहीं है, फिर भी इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरियों पर शक जरूर किया जा रहा है। इससे पहले भी कई बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जहां EVs ले जा रही शिप्स में अचानक आग लग गई और ज्यादातर मामलों में बैटरियों को ही आग की शुरुआत की वजह माना गया।
रविवार तक आस-पास कोई फायर फाइटिंग जहाज मौजूद नहीं था, जो आग बुझाने में मदद कर सके। सेल्वेज टीम सोमवार को पहुंचने की उम्मीद है, जो स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश करेगी। वहीं, कोस्ट गार्ड द्वारा जारी एक वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि 600 फुट लंबी यह शिप धुएं के गुबार में लिपटी हुई है, जो खतरे की गंभीरता को दर्शाता है।
जहाज में लगी आग एक बड़ा खतरा बन चुका है और जब तक फायर कंट्रोल नहीं हो जाता, यह एक और Felicity Ace जैसे हादसे (2022 में एक EV ले जा रही शिप समुद्र में डूब गई थी) में बदल सकता है। EVs के बढ़ते उपयोग के साथ-साथ, उनकी ट्रांसपोर्ट और स्टोरेज सुरक्षा पर अब गंभीर विचार की जरूरत है।