विदिशा | फिल्म “लगे रहो मुन्ना भाई” तो आप सब ने जरूर देखी होगी | जिसमे एक सीन काफी “हिट” हुआ था, जिसमें बुजुर्ग से घूस मांगने पर अफसर को शर्मिंदा करने की सलाह मुन्ना भाई देते हैं । इसके बाद बजुर्ग घूस मांगने पर कपड़े से लेकर अपनी सारी चीज उतारकर अफसर के मेज पर रख देते है | जिससे अफसर शर्मिंदा होकर बुजर्ग का काम तुरंत कर देता है | यह तो थी फिल्म लेकिन जो हम आपको बताने जा रहे है वो एकदम रियल है | मध्यप्रदेश का विदिशा जिला | वही विदिशा जहां से 2014 में चुनाव जीतकर सुषमा स्वराज विदेश मंत्री बनी थीं | विदिशा के सिरोंज तहसील के नायब तहसीलदार ने जब एक आदमी से पच्चीस हजार रुपए घूस मांगे तो उस आदमी ने अपनी भैंस ले जाकर उस नायब तहसीलदार की गाड़ी से बांध दी | किसान ने नायब तहसीलदार के दफ्तर में जाकर कहा कि वो घूस ले आया है, पैसे नहीं थे तो वो घर की बंधी भैंस को लेकर आया है ।
नायाब तहसीलदार पर रिश्वत लेने का आरोप लगाने वाले भूपेंद्र सिंह के मुताबिक वह पिछले छह माह से जमीन के एक मामले को लेकर लगातार नायब तहसीलदार के पास आ रहे हैं , लेकिन वह काम करने से मना कर रहे हैं और पैसे मांग कर रहे हैं | उन्होंने कहा कि मेरे पास पैसे नहीं हैं | मेरे पास जो चीज़ सबसे ज्यादा कीमती है, वह मेरी भैंस है | इसलिए मैंने नायब तहसीलदार को वही दे दी | लंबी बहस के बाद भूपेंद्र अपनी भैंस को घर ले गए और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम एक मेमोरेंडम छोड़ गए | इस मेमोरेंडम को उन्होंने एसडीएम संजय जैन को सौंपा | संजय ने भूपेंद्र द्वारा नायब तहसीलदार पर लगाए गए आरोपों की जांच की बात कही है |
वही भूपेंद्र सिंह द्वारा लगाए गए आरोप पर नायब तहसीलदार सिद्दार्थ सिंघल ने कहा है कि मुझ पर लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद है | भूपेंद्र ने कहा यह सब पब्लिसिटी के लिए कर रहे हैं |
