पहलगाम आतंकी हमले का साजिशकर्ता और लश्कर-ए-तैयबा का शीर्ष कमांडर सैफुल्लाह कसूरी लाहौर में आयोजित एक रैली में भारत के खिलाफ जहर उगलता नजर आया। कसूरी ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI, लश्कर कमांडरों और पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की मौजूदगी में खुद को ‘भारत के दिल में कांटा’ बताया। साथ ही उसने यह भी कहा है कि पहलगाम हमले के बाद वह काफी मशहूर हो गया है।
पहलगाम में हुए नरसंहार की जिम्मेदारी लेने से पहले इनकार करने वाले कसूरी ने लश्कर प्रमुख हाफिज सईद के बेटे और अमेरिका द्वारा घोषित आतंकी तल्हा सईद के साथ पंजाब विधानसभा के स्पीकर मलिक अहमद खान के साथ मंच साझा किया। इस घटना ने पाकिस्तान को फिर एक बार बेनकाब कर दिया है।
तल्हा ने भारत के ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में पाकिस्तान के तथाकथित बनयान अल-मर्सूस ऑपरेशन की प्रशंसा की। उसने कहा, “अल्लाह जिहाद में शामिल लोगों से प्यार करता है।” उसके इस बयान के बाद कसूरी और वहां मौजूद दूसरे लोग खुशी से झूम रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान का जिक्र करते हुए कसूरी ने कहा कि वह गोलियों से नहीं डरता है। उसने कहा, “नरेंद्र मोदी समझते हैं हम गोलियों से डरने वाले हैं? ये उनकी भूल है।” बता दें कि पीएम मोदी ने हाल ही में गुजरात के भुज में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर पाकिस्तान आतंकवाद को हथियार के रूप में इस्तेमाल करना बंद नहीं करता है तो उसे भारत की गोलियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
कसूरी ने इस दौरान कहा कि पाकिस्तान ने 1971 के युद्ध और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा पाकिस्तान के विभाजन का बदला ले लिया है। रैली के दौरान उसने आगामी चुनावों का भी संदर्भ दिया और अपने गृहनगर के लोगों से पूछा कि क्या वे अगले चुनाव में मोदी के खिलाफ उनका समर्थन करेंगे। उसने खुद को भारत के लिए कांटा बताया। कसूरी ने कहा, “मैं हिन्दुस्तान के दिल में कांटे की तरह रहता हूं। अपने रब का शुक्र करता हूं। अगला चुनाव मोदी के मुकाबले में न लड़ लूं।”
बता दें कि पहलगाम हमले से पहले कसूरी को पंजाब के कंगनपुर आर्मी बेस में देखा गया था। उसने पाकिस्तानी सैनिकों को उकसाया और भारत के खिलाफ जहर उगला था। हाफिज सईद के निर्देश पर द रेजिस्टेंस फ्रंट के कसूरी, तल्हा और शेख सज्जाद गुल ने पहलगाम में हमला करने के लिए प्रशिक्षित आतंकवादियों को भेजा था।
