Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को दुनिया तक पहुंचाने के लिए सात डेलिगेशन को अलग-अलग देशों में भेजा गया है. इसी क्रम में अमेरिका सहित पांच देशों की यात्रा पर रवाना होने से पहले कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शुक्रवार (23 मई, 2025) को कहा कि आतंकवाद से देश चुप नहीं रहेगा. शशि थरूर ने एक्स पर एक वीडियो शेयर कर कहा, “हम दुनिया को बताएंगे कि हम (भारत) आतंकवाद से डरते नहीं हैं. हम चुप नहीं बैठेंगे और सच्चाई को सामने लाकर रहेंगे. ये मिशन शांति का है. इस मिशन के जरिए हम दुनिया को यकीन दिलाएंगे कि भारत शांति की राह पर अग्रसर है और आतंकवाद का विरोध करता है.”
जेडीयू सांसद संजय कुमार झा ने जापान में भारत की ओर से प्रतिनिधित्व करते हुए कहा, “हम पिछले 3 दिनों से जापान में हैं. इस टीम में पक्ष और विपक्ष दोनों दलों के सदस्य हैं. हमारे बीच राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन जब देश की बात आती है तो हम सब एक साथ हैं. यह घटना (पहलगाम आतंकी हमला) कोई साधारण घटना नहीं है. भारत कई दशकों से आतंकवाद के खतरे का सामना कर रहा है. आतंकवादियों ने पर्यटकों से उनका धर्म पूछकर उन्हें निशाना बनाया. मैं श्रीनगर गया था वहां पर्यटन फल-फूल रहा था. जम्मू-कश्मीर में पूरी अर्थव्यवस्था पर्यटन पर आधारित है.
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जेडीयू सांसद ने कहा, “ये घटना 22 अप्रैल को हुई, पीएम मोदी 24 अप्रैल को बिहार में थे जहां उन्होंने इस मुद्दे पर पहली बार बात की. उन्होंने साफ संदेश दिया कि हम जवाबी कार्रवाई करेंगे. भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया.”
DMK सांसद कनिमोझी ने मॉस्को में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए कहा, “हम अपना रुख स्पष्ट करने के लिए यहां आए हैं. इस प्रतिनिधिमंडल का रूस में होना बहुत महत्वपूर्ण है. रूस हमेशा से भारत के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार रहा है. 80 वर्षों से हमारे बीच बहुत मजबूत द्विपक्षीय संबंध रहे हैं. हमें लगता है कि रूस से संपर्क करके अपनी स्थिति स्पष्ट करना और इस महत्वपूर्ण क्षण में उनका समर्थन मांगना बहुत महत्वपूर्ण है, जब हमने पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गंवाई है. यह पहली बार नहीं है.
उन्होंने आगे कहा, “अतीत में कई बार हमारे नागरिकों पर हमला किया गया है, हमारे सैन्य ठिकानों पर हमला किया गया है. भारत ने हमेशा शांति की तलाश की है और हमारे कई नेताओं ने संघर्ष को हल करने और शांति स्थापित करने के लिए ईमानदार प्रयास किए हैं, लेकिन आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के रुख के कारण हम ऐसा नहीं कर पाए हैं. आज हम न केवल भारत सरकार बल्कि भारत के लोगों के संदेश के साथ रूस आए हैं. उम्मीद करते हैं कि दुनिया आतंकवादियों के खिलाफ हमारी लड़ाई में हमारा समर्थन करेगी. आज दुनिया को आतंकवादी हमलों को रोकने के लिए एकजुट होना होगा.”