सरकारी अस्पतालों में मरीजों के बढ़ते बोझ से चिंतित स्वास्थ्य मंत्री ने शराब के शौंकीनों से की मुलाकात, कहा- छोड़े पीना, रखे स्वास्थ्य का ख्याल….

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रायपुर: छत्तीसगढ़ में सुशासन तिहार जोर-शोर से जारी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से लेकर उनके मंत्रिमंडल के कई सदस्य ग्राम-कस्बों से लेकर शहरों तक शासन-प्रशासन की नब्ज टटोल रहे है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय औचक निरिक्षण पर सरकारी योजनाओं का ना केवल जायजा ले रहे है, बल्कि योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को हिदायत दे रहे है। इस दौरान ख़राब कार्यप्रणाली वाले अफसरों की खैर खबर भी ली जा रही है। प्रशासन की कामयाबी और कमजोरी दोनों का ही अवलोकन करने के बाद मुख्यमंत्री साय प्रशासनिक गतिविधियों की हकीकत से वाकिफ होने के लिए कोई कसर बाकि नहीं छोड़ रहे है। इसी तर्ज पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने भी मोर्चा संभाल लिया है। आबकारी विभाग की गतिविधियों से रूबरू होने के बाद मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सरकारी शराब दुकानों का जायजा लिया है।

शराब की निर्धारित कीमतों और जन सुविधाओं का जायजा लेने के बाद स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने शराब के शौकीनों से मेल मुलाकात की और उनकी आर्थिक स्थिति से वाकिफ हुए। स्वास्थ्य मंत्री ने जनहित के मद्देनजर लोगों से खुलकर चर्चा की। उन्होंने कई ग्राहकों को समझाइश देते हुए शराब छोड़ने की अपील भी की। उन्होंने शराब के लगातार सेवन से उत्पन्न होने वाली बिमारियों का हवाला देते हुए शराब के शौंकीनों को उनके उचित स्वास्थ्य के देखभाल की हिदायत भी दी। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में शराब के शौंकीनो की बढ़ती संख्या और खपत का असर लोगों के स्वास्थ्य और जन-जीवन पर पड़ रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने अपने सामाजिक सरोकार का परिचय देते हुए लोगों को शराब छोड़ने के कई नुस्खे भी बताये।

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सरकारी शराब दुकानों का जायजा लेने के बाद मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने स्वास्थ्य सेवाओं को भी सक्रिय बनाने पर जोर दिया। उन्होंने लोगों से कहा कि अच्छी सेहत के लिए शराब से दूरी बनाना जरूरी है, सरकारी व्यय और विकास योजनाओं का हवाला देते हुए श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के साथ-साथ शराब की खपत को भी नियंत्रित करने के प्रयास शुरू किये गए है, जल्द ही इसके परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि ग्राहक सुविधाओं के मद्देनजर सरकारी शराब दुकानों के इर्द-गिर्द व्यवस्थित यातायात और सुरक्षा के निर्देश दिए गए है।

छत्तीसगढ़ के जीपीएम जिले में आज स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का दौरा सुर्ख़ियों में है। विभागीय गतिविधियों और ग्राहक सेवा के मद्देनजर मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल आज अचानक गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले की स्वास्थ्य सेवाओं और सरकारी शराब दुकानों का जायजा लेने के लिए सड़क पर उतरे थे। मंत्री को शराब दुकान में देखकर कई लोग हैरान हो गए तो, अफसरों के बीच भी हड़कंप मच गया। किसी ने नहीं सोचा था कि मंत्री जायसवाल ग्राउंड जीरो में जाकर हालात का जायजा लेंगे। भरी दोपहर मंत्री का काफिला कभी आम जनता के बीच तो कभी सरकारी अफसरों को हिदायत देते नजर आया।

इधर मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल अपनी विभागीय गतिविधियों से रूबरू हो रहे थे, तो उधर कांग्रेस को मंत्री का शराब दुकान में दस्तक देना ना-गवार गुजर रहा था। पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने इस पर एतराज जताते हुए मंत्री पर तंज कसा है, राजनैतिक गलियारों में बीजेपी सरकार पर पूर्व मुख्यमंत्री का हमला कांग्रेस को कटघरे में ला खड़े करने जैसा बताया जा रहा है। दरअसल, कांग्रेस के पार्टी घोषणा पत्र में पूर्ण शराबबंदी लागू कर यू-टर्न अपना लेने से बीते 5 सालों में शराब बिक्री का ग्राफ लगातार बढ़ते रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री बघेल 2200 करोड़ के शराब घोटाले में बुरी तरह से घिरे है, बावजूद इसके शराब के चलन को लेकर उनका तंज कांग्रेस को ही मुँह चिढ़ाने लगा है।

एक ट्वीट में बीजेपी सरकार पर हमला करते हुए बघेल ने अजीबों-गरीब तंज कसा है। उन्होंने कहा कि, शिकायतें दवा की हैं, दवाओं में कमीशन की हैं, पर स्वास्थ्य मंत्री दारू दुकान का औचक निरीक्षण कर रहे हैं। सुशासन तिहार चकाचक चल रहा है।” बहरहाल, कांग्रेस के हमले पर पलटवार करते हुए मंत्री जायसवाल ने एक प्रतिक्रिया में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री बघेल और उनकी सोच में कोई बदलाव नहीं आया है। सत्ता में रहते कांग्रेस सरकार ने आबकारी विभाग को अपनी अवैध आय का जरिया बना लिया था। लेकिन जब वे बतौर मंत्री अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में जुटे है, तो पूर्व मुख्यमंत्री के पेट में दर्द शुरू हो गया है।