Noida News: यूपी एसटीएफ ने मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम NEET-UG 2025 में पास कराने के नाम पर पैसे ठगने वाले एक बड़े गैंग का भंडाफोड़ किया है. एसटीएफ ने इस गैंग के तीन सदस्यों को नोएडा के सेक्टर-3 स्थित एक ऑफिस से रंगेहाथ गिरफ्तार किया. यह कार्रवाई 3 मई 2025 की रात 10:45 बजे थाना फेज-1 क्षेत्र के बी-17, प्रथम तल पर की गई.
गिरफ्तार आरोपियों के पास से भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामान बरामद हुआ है. इसमें 4 मोबाइल फोन, 2 फर्जी आधार कार्ड, अभ्यर्थियों की डाटा शीट, 5 पैन कार्ड, क्रेडिट कार्ड, वोटर कार्ड, पासपोर्ट, चेक बुक, एक एप्पल मैकबुक और एक फॉर्च्यूनर कार शामिल है. एसटीएफ को सूचना मिली थी कि कुछ लोग 4 मई को होने वाली नीट परीक्षा में पास कराने के नाम पर परीक्षार्थियों के परिजनों से मोटी रकम की मांग कर रहे हैं. यह गैंग नोएडा सेक्टर-3 में ऑफिस चलाता था और फोन कॉल्स के जरिए लोगों को फंसाता था.
पूछताछ में मुख्य आरोपी विक्रम कुमार साह ने बताया कि वह बिहार के दरभंगा का रहने वाला है और उसने चेन्नई के विनायका मिशन यूनिवर्सिटी से बायोटेक्नोलॉजी में पढ़ाई की है. वहीं उसकी मुलाकात अनिकेत से हुई और दोनों ने मिलकर कमीशन पर एडमिशन दिलाने का धंधा शुरू किया. इसके बाद दिल्ली आकर इन्होंने धर्मपाल सिंह के साथ मिलकर “Admission View” नाम की कंपनी बनाई और MBBS की तैयारी कर रहे छात्रों को टारगेट करना शुरू किया.
ये लोग NEET अभ्यर्थियों से 5 लाख रुपये तक की डिमांड करते थे और भरोसा दिलाते थे कि वे OMR शीट बदलकर उन्हें परीक्षा में पास करा देंगे. पैसा अकाउंट या पोस्ट डेटेड चेक के जरिए लिया जाता था. अगर प्रवेश नहीं होता तो आरोपी पैसे वापस करने से इनकार करते और भाग जाते थे. जब पुराने मामलों में शिकायते बढ़ीं तो आरोपियों ने 2023 में SHREYANVI EDU OPC PVT LTD नाम की नई कंपनी बनाकर फिर से फर्जीवाड़ा शुरू कर दिया. NEET के पास होने का लालच देकर ये लोग लोगों से मोटी रकम ठग रहे थे.
गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ थाना फेज-1 गौतमबुद्ध नगर में FIR नंबर 182/2025 के तहत BNS की धारा 318, 319, 336, 337, 338, 340, और 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है. आगे की कार्रवाई स्थानीय पुलिस कर रही है. NEET-UG परीक्षा भारत की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा है, जिसमें हर साल लाखों छात्र हिस्सा लेते हैं. परीक्षा में नकल या पास कराने का झांसा देकर ठगी करने वाले गैंग पहले भी सामने आ चुके हैं. यूपी एसटीएफ की यह कार्रवाई ऐसे ही संगठित अपराध के खिलाफ बड़ा कदम मानी जा रही है.