उत्तराखंड: चारधाम यात्रा को लेकर मार्ग निर्धारित, प्लान A, B और C के तहत संचालित होगी यात्रा….

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चारधाम यात्रा को लेकर पुलिस प्रशासन ने यातायात व्यवस्था के लिए विस्तृत ट्रैफिक प्लान तैयार कर लिया है. यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो, इसके लिए पुलिस ने स्थिति के अनुसार तीन चरणों में प्लान A, B और C के तहत यातायात संचालन की रणनीति बनाई है. भीड़ की स्थिति के अनुसार इन तीनों प्लानों को लागू किया जाएगा.

देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी और रुद्रप्रयाग समेत सभी संबंधित जिलों के लिए अलग-अलग रूट चार्ट और वैकल्पिक मार्ग तय किए गए हैं. साथ ही हर जिले में वाहनों की पार्किंग, एंट्री और एग्जिट पॉइंट, डायवर्जन स्थल और नो एंट्री जोन की पहचान कर ली गई है.

प्रदेश में चारधाम यात्रा के दौरान ट्रैफिक दबाव कम करने के लिए प्रशासन ने कई तरह की तैयारियां की है. जिनमें गाड़ियों के एंट्री और एग्जिट पॉइंट बनाए गए हैं. इसके साथ ही यात्रा को सुगम बनाने के लिए वैकल्पिक रास्तों का सहारा लिया जाएगा. जिसके लिए 3 चरणों में प्लान तैयार किया गया है.

चारधाम यात्रा में सबसे अधिक ट्रैफिक दबाव ऋषिकेश और तपोवन क्षेत्र पर पड़ता है. इसलिए देहरादून जिले के लिए तीन चरणों में रूट प्लान तय किया गया है. प्लान A के तहत हरिद्वार से आने वाले वाहन सप्तऋषि-रायवाला-नेपाली फार्म होते हुए श्यामपुर चौकी, नटराज चौक, ढालवाला, भद्रकाली और तपोवन होकर ब्रह्मपुरी-शिवपुरी भेजे जाएंगे. देहरादून से आने वाले वाहन भी इसी मार्ग से आगे भेजे जाएंगे.

प्लान B में ट्रैफिक दबाव अधिक होने की स्थिति में मार्ग थोड़ा बढ़ाया गया है. इसमें नेपाली फार्म से लालतप्पड़, भानियावाला, रानीपोखरी होते हुए वाहन नटराज चौक, भद्रकाली, तपोवन चौकी, ब्रह्मपुरी-शिवपुरी की ओर भेजे जाएंगे. प्लान C अत्यधिक भीड़ की स्थिति में लागू होगा. इसमें गुजराडा कट, नरेंद्रनगर, प्लास्डा चौकी होते हुए भद्रकाली और फिर तपोवन-शिवपुरी की ओर ट्रैफिक भेजा जाएगा.

नए एक्सप्रेसवे से देहरादून आने वाले भारी वाहन शहर में प्रवेश नहीं कर सकेंगे. ये वाहन आशारोड़ी-आईएसबीटी होते हुए शिमला बाइपास, विकासनगर, डाकपत्थर, जमुना पुल से उत्तरकाशी की ओर डायवर्ट किए जाएंगे. शिवपुरी से वापस आने वाले वाहन ब्रह्मपुरी तिराहा, गरुड़चट्टी, बाइपास रोड से पशुलोक बैराज और फिर चीला होते हुए हरिद्वार जाएंगे. देहरादून की ओर लौटने वाले वाहन तपोवन चौकी, भद्रकाली, ढालवाला, नटराज चौक से वापसी करेंगे.

ऋषिकेश में ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने के लिए चंद्रभागा पुल से जयराम आश्रम तक जीरो जोन घोषित किया गया है. यहां ऑटो और विक्रम को सवारी उतारने के लिए नहीं रुकने दिया जाएगा. अधिक दबाव होने पर इन्हें भी बाइपास रूट से डायवर्ट किया जाएगा.

दिल्ली और मेरठ की ओर से आने वाले वाहनों के लिए नारसन-मंगलौर-कोर कॉलेज-गुरुकुल कांगड़ी से हरिद्वार भेजा जाएगा. भीड़ बढ़ने पर ये वाहन लक्सर, फेरुपुर होते हुए पंतद्वीप और अन्य पार्किंग स्थलों में पहुंचेंगे. पंजाब की ओर से आने वाले वाहन सहारनपुर-भगवानपुर मार्ग से हरिद्वार आएंगे. प्लान बी के तहत ये वाहन लक्सर होते हुए पहुंचेंगे.

नजीबाबाद की ओर से आने वाले वाहन श्यामपुर-चंडी चौक होकर अलकनंदा, पंतद्वीप और नीलधारा पार्किंग में खड़े किए जाएंगे. ऋषिकेश से श्रीनगर की ओर जाने और आने वाले वाहनों के लिए नरेंद्रनगर, चंबा और देवप्रयाग के वैकल्पिक मार्ग तय किए गए हैं. भारी भीड़ की स्थिति में यातायात को चंबा-गजा-देवप्रयाग और रानीचौरी मार्ग से डायवर्ट किया जाएगा.

ऋषिकेश से रुद्रप्रयाग जाने वाले वाहन कीर्तिनगर, पौड़ी चुंगी, श्रीकोट, धारी देवी होते हुए रुद्रप्रयाग जाएंगे. वैकल्पिक मार्ग के तौर पर बुघाणी, खिर्सू, खेड़ाखाल मार्ग का उपयोग किया जाएगा. श्रीनगर से केदारनाथ धाम के लिए वाहन जवाड़ी, अगस्त्यमुनि, कुंड, गुप्तकाशी, सोनप्रयाग होते हुए जाएंगे. वापसी में फाटा, कालिमठ तिराहा, कुंड होकर वाहन श्रीनगर पहुंचेंगे.

बद्रीनाथ के लिए जाने वाले वाहन गौचर, कर्णप्रयाग, नंदप्रयाग, चमोली होते हुए जोशीमठ से गोविंदघाट पहुंचेंगे. अधिक भीड़ की स्थिति में वाहन गोपेश्वर-चोपता मंड मार्ग से भेजे जाएंगे. केदारनाथ जाने वाले वाहन चमोली से चोपता होकर कुंड की ओर भेजे जाएंगे.

आईजी गढ़वाल रेंज राजीव स्वरूप ने बताया कि यात्रा मार्ग को सेक्टर और जोन में बांटकर ट्रैफिक प्लान बनाया गया है. सभी जिलों के एसपी को लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए वैकल्पिक मार्ग और पार्किंग स्थल चिह्नित कर लिए गए हैं. यातायात संचालन के दौरान पुलिस बल की तैनाती बढ़ाई जाएगी ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो.