भाजपा नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रधान मनोरंजन कालिया की कोठी पर आतंकी हमला पूरी योजना के साथ किया गया था। मुख्य आरोपी पूरी तैयारी के साथ उत्तर प्रदेश से जालंधर पहुंचा था। उसने ई-रिक्शा चालक सतीश को अपने झांसे में लिया और शहर में घुमाता रहा। इतना ही नहीं आतंकी ने किसी से गूगल पे पर पैसे भी मंगवाए थे। ई-रिक्शा चालक सतीश को आभास नहीं था कि वह एक आतंकी के झांसे में आ गया है। आतंकी उसको बस स्टैंड के पास मिला। उससे कहा कि उसे होटल में कमरा किराए पर चाहिए।
सतीश के साथ उसकी मौसी का बेटा हैरी भी था। रास्ते में आतंकी ने बीयर की बोतल ली और सतीश व हैरी को भी पिलाई। आतंकी ई-रिक्शा चालक सतीश व हैरी को घुमाता रहा। रास्ते में आतंकी को पैसे की जरूरत पड़ी, तो उसने किसी को फोन कर कहा कि वह हैरी के गूगल पे पर पैसे ट्रांसफर करे।

थोड़ी ही देर में हैरी के खाते में 3500 रुपये आ गए। हैरी ने पैसे निकलवाए और आतंकी को सौंप दिए। कालिया की कोठी से सामने से निकलते ही आतंकी ने ग्रेनेड कालिया की कोठी में फेंक दिया, जो कुछ सेकेंड के बाद फट गया। दिल्ली व उत्तर प्रदेश में वहां की पुलिस ने पंजाब की टीम के साथ ऑपरेशन चलाकर दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। हालांकि, इस बारे में अधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। वहीं, पुलिस ने ग्रेनेड हमले के आरोपी रविंदर कुमार और सतीश उर्फ काका को अदालत में पेश कर छह दिन के रिमांड पर लिया है।
पंजाब में ग्रेनेड आ भी गए और इस्तेमाल भी हो गए लेकिन पुलिस व खुफिया एजेंसियों को भनक तक नहीं लगी। हालात यह है कि पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया की कोठी पर आतंकी हमला करने वाला मुख्यारोपी तीन दिन जालंधर में रहा और इस दौरान उसने रेलवे स्टेशन से लेकर बस स्टैंड का पूरा खाका तैयार किया। तीन दिन तक कालिया के घर आने जाने के रास्ते का रूट भी तैयार किया लेकिन स्थानीय पुलिस व खुफिया एजेंसियों को इसकी भनक तक नहीं लगी।
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ग्रेनेड हमला करने वाले मुख्यारोपी के जालंधर में तीन दिन रुकने और घूमने का खुलासा होने के बाद पुलिस व खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए हैं। लिहाजा, जमीनी स्तर पर होमवर्क किया जाने लगा है कि मुख्यारोपी किस स्थान पर रुका था। किन लोगों से मिला था? कालिया पर हमले का मामला केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तक भी पहुंचा हैं, जिसके बाद पंजाब में आईबी व एनआईए की टीम भी सक्रिय हो गयी है।