रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और उनके संगी-साथियों के ठिकानों में ED रेड जारी है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री करप्शन बघेल के भिलाई स्थित आवास पर नोट गिनने की मशीने बुलवाई गई है। ED की टीम एक वाहन में इसे लेकर पहुंची है। नोट गिनने की मशीन देखते ही बघेल समर्थकों में गहमा-गहमी मच गई है, समर्थकों के होश फाख्ता है, वे ED की दबिश के बाद पूर्व मुख्यमंत्री करप्शन बघेल के ठिकानों पर पहुंचे थे। नारेबाजी कर रहे समर्थकों की आंखे उस समय फटी की फटी रह गई, जब उनके आवास पर बक्से में नोट गिनने की मशीने पहुंची।

उधर पूर्व मुख्यमंत्री के ठिकानों में ED की दबिश की खबर मिलते ही विधानसभा के बजट सत्र की बैठक छोड़ कई विधायकों ने भिलाई का रुख किया है। ये विधायक बघेल के समर्थन में नारेबाजी करते नजर आये। फिर सदन छोड़ अपने वाहनों से आनन-फानन में पूर्व मुख्यमंत्री के ठिकाने पर पहुंचे थे। कई विधायकों ने पहले तो छापो को लेकर एतराज जताया। लेकिन हकीकत सामने आते ही उनके तेवर भी नरम पड़ गए। पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के अलावा उनके कई कारोबारी संगी-साथियों के ठिकानों पर भी दबिश जारी है।

सूत्र तस्दीक करते है कि पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र चैतन्य बघेल ने घोटालों की रकम का बड़ा हिस्सा रियल एस्टेट कारोबार में निवेश किया था। चैतन्य उर्फ़ बिट्टू के अलावा उसके कारोबारी मित्रों ने भी घोटालों की रकम से भ्रष्टाचार का ‘ताजमहल’ खड़ा कर लिया था। सूत्र तस्दीक यह भी तस्दीक करते है कि महादेव ऐप सट्टा और शराब घोटाले की बड़ी रकम पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र ने जमीनों की खरीद-फरोख्त में निवेश की थी।
उनकी मालिकाना हक़ वाली विभिन्न कंपनियों ने भिलाई-दुर्ग के आस-पास सैकड़ों एकड़ जमीने खरीद कर कॉलोनी का निर्माण किया था। इसमें जमीनों का बड़ा सौदा घोटाले की रकम से अंजाम दिया गया था। यह जानकारी भी सामने आई है कि बघेल और उनके पुत्र से जमीनों के निवेश और अर्जित की गई चल-अचल संपत्ति की पड़ताल मौके पर ही की जा रही है, एजेंसियों ने बाप-बेटे दोनों से पूछताछ शुरू कर दी है। उनसे आय के श्रोतों का ब्यौरा भी माँगा गया है।
यही नहीं नगद रकम के श्रोतों की जानकारी नहीं देने के उपरांत संदेह उत्पन्न होने पर नोट गिनने की मशीन बुलवाई गई है। पूर्व मुख्यमंत्री और उनके पुत्र चैतन्य बघेल के ED के हत्थे चढ़ने की खबर ‘परवान’ चढ़ रही है। हालांकि एजेंसियों ने इस छापे को लेकर अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है।

फ़िलहाल, यह देखना गौरतलब होगा कि छापेमारी ख़त्म होने के बाद ED की टीम सिर्फ नगदी और दस्तावेज ही थामे नजर आएगी या फिर करप्शन बघेल बाप-बेटे भी इस सामग्री के साथ बंधे नजर आएंगे ? लोगों की निगाहे ED के अगले कदम पर टिकी है।